- पान मसाला के नमूनों की जांच में पाया गया प्रतिबंधित मैग्नीशियम कार्बोनेट

फ्लैग -- पान मसाला पर प्रतिबंध लगाने वाला बिहार बना देश का दूसरा राज्य

- मैग्नीशियम कार्बोनेट से हृदय रोग समेत अन्य कई बीमारियां होने का खतरा

PATNA (30 Aug):

राज्य में बिक रहे पान मसालों में मैग्नीशियम कार्बोनेट पाए जाने के बाद राज्य सरकार ने प्रदेश में हर प्रकार के पान मसालों की बिक्री पर रोक लगा दी है। सरकार ने पान मसालों की बिक्री के साथ ही इसके भंडारण, परिवहन व प्रदर्शन पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी है। आदेश का उल्लंघन करने पर छह महीने से दस वर्ष तक की सजा और एक से दस लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा।

नमूनों में मैग्नीशियम कार्बोनेट मिला

स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर खाद्य संरक्षा अधिकारियों द्वारा विभिन्न जिलों से विभिन्न ब्रांड के कुल 20 पान मसालों का नमूना संग्रह कर इसमें मैग्नीशियम कार्बोनेट की उपलब्धता जांच के लिए संयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रयोगशाला अगमकुआं को भेजा गया। इन सभी पान मसालों के नमूनों में मैग्नीशियम कार्बोनेट पाया गया। जबकि पान मसालों में मैग्नीशियम कार्बोनेट का उपयोग पूरी तरह से वर्जित है। इसके होने से एक्यूट हाइपर मैग्नेशिया, कार्डियक अरेस्ट जैसी कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा होता है।

नमूना जांच की रिपोर्ट देखने के बाद खाद्य संरक्षा आयुक्त संजय कुमार ने पान मसलों की प्रदेश में बिक्री, भंडारण, प्रदर्शन और इनके परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगाने के आदेश दिए हैं। आदेश का उल्लंघन करने पर छह महीने से दस वर्ष और अधिकतम उम्र कैद के प्रावधान के साथ ही एक लाख रुपए से लेकर दस लाख रुपए तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है।

-------

इन पान मसालों पर प्रतिबंध

रजनीगंधा, राजनिवास, सुप्रीम, पान पराग, बहार, बाहुबली, रामनिवास फ्लेवर पान मसाला, राजश्री पान मसाला, रौनक, सिग्नेचर फाइनेस्ट, पासान पराग, कमला पसंद, और मधु पान मसाला।

-------

इन जिलों से लिए गए नमूने :

मधुबनी, दरभंगा, भोजपरु, नवादा, बेगूसराय, सारण, सहरसा, बक्सर और बेतिया।

--------

मुख्यसचिव के स्तर पर हुई बैठक में लिया गया था जांच का निर्णय

पान मसालों में मैग्नीशियम कार्बोनेट की जांच का फैसला इस वर्ष पांच जुलाई को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया था। पान मसाला के लिए फूड सेफ्टी एक्ट 2006 में दिए गए मानक के मुताबिक मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलाया जाना प्रतिबंधित है। मुख्यसचिव के आदेश पर इसकी जांच कराई गई। जांच के नतीजे आने के बाद पान मसलों के उपयोग पर एक वर्ष के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही अन्य जिलों से ऐसे पान मसालों का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट प्राप्त होने पर कार्रवाई होगी।