नई दिल्ली (एएनआई)। Birju Maharaj Death : कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज का 83 साल की उम्र में आकस्मिक निधन हो गया है। उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में भारतीय नृत्य शैली में पंडित बिरजू महाराज के उल्लेखनीय योगदान को याद किया। उन्होंने ट्वीट किया भारतीय कला को दुनिया भर में विशेष पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज के निधन के बारे में जानकर अत्यंत दुख हुआ। यह संपूर्ण कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।

बिरजू महाराज का पिछले एक महीने से हो रहा था इलाज
पंडित बिरजू महाराज के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी पोती रागिनी महाराज ने भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में रागिनी ने बताया कि पंडित बिरजू महाराज का पिछले एक महीने से इलाज चल रहा था। कल रात लगभग 12:15 - 12:30 बजे उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई, हम उन्हें 10 मिनट के भीतर अस्पताल ले आए, लेकिन उनका निधन हो गया। रागिनी ने अपने दादा को याद करते हुए गैजेट्स के प्रति उनके प्यार के बारे में भी बताया।

पद्म विभूषण से सम्मानित थे पंडित बिरजू महाराज
रागिनी ने कहा कि वह गैजेट्स से प्यार करते थे। हमेशा उन्हें जल्द से जल्द खरीदना चाहते थे। उन्होंने हमेशा कहा, अगर नर्तक नहीं होते, तो वह एक मैकेनिक होते। मेरे दिमाग में उनकी हमेशा एक मुस्कुराती छवि रहेगी। पंडित बिरजू महाराज ने बॉलीवुड में 'काहे छेड़े मोहे' (देवदास), 'मोहे रंग दो लाल' (बाजीराव मस्तानी) और कई अन्य गीतों को कोरियोग्राफ किया है। भारतीय कला में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।

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