- मैच में रेफरी के रूप में आए पंकज धरमानी ने पत्रकारों से की खुलकर बातचीत

- कहा, ज्यादा क्रिकेट और क्रिकेट के कई प्रारूपों के होने से खिलाडि़यों को हो जारी जल्दी थकान

Meerut : पिछले दस सालों की क्रिकेट में काफी बदलाव देखने को मिला है। अब हर स्तर का क्रिकेटर लगातार खेल रहा है। जिससे उनकी फिटनेस और खेलने के स्तर पर काफी फर्क पड़ा है। वहीं डिफ्रेंट स्टेट में खेल रहे भावी क्रिकेटर्स का भविष्य काफी ब्राइट है। ये बातें कूच बिहार ट्रॉफी के यूपी और वेस्ट बंगाल के बीच भामाशाह मैदान में हो रहे मैच में मैच रेफरी के रूप में इंडियन टीम के पूर्व विकेट कीपर बल्लेबाज ने कही।

 

लगातार खेल रहे क्रिकेटर्स

मौजूदा समय में इंडियन टीम हो या फिर किसी भी रणजी और जूनियर टीम लगातार क्रिकेटर खेल रही हैं। फिर चाहे टेस्ट हो, वनडे और टी-20. इन सभी प्रारूपों में लगातार खेलते रहने से उनकी फिटनेस पर फर्क पड़ रहा है। लेकिन अब से 10 या 15 साल पहले ऐसा नहीं था। वन डे और टेस्ट क्रिकेट काफी सीमित होते थे। जिससे खिलाडि़यों की फिटनेस पर काफी कम असर पड़ता था।

 

बढ़ गई है खिलाडि़यों से एक्सपेक्टेशन

पंकज धरमानी ने आगे कहा कि मौजूदा समय में काफी टैलेंटेड क्रिकेटर्स आने की वजह से खिलाडि़यों से काफी एक्सपेक्टेशन काफी बढ़ गई है। बेंच स्ट्रेंथ इतनी मजबूत हो गई है कि किसी भी खराब प्रदर्शन करने के बाद दूसरा क्रिकेटर आपकी जगह भरने के लिए तैयार है। आज आपको किसी भी सूरत में प्रदर्शन करना होता है। वरना आप आउट हो जाएंगे।

 

सभी स्टेट हैं अच्छे क्रिकेटर

पंकज धरमानी ने साफ कहा कि हम आज किसी पर्टिकुलर स्टेट भरोसे पर नहीं है। जैसे पहले हुआ करता था। आज दिल्ली, मुंबई और यूपी के अलावा हर स्टेट के क्रिकेटर आ रहे हैं। जो अपने खेल और प्रदर्शन के दम पर इंडियन टीम में जगह बनाने में सक्षम हैं और बना भी रहे हैं। अगर उन्हें ज्यादा चांस मिले तो वो अपने को इंप्रूव कर देश के लिए ज्यादा क्रिकेट खेल सकते हैं।