- जेईई मेंस के पहले दिन स्टूडेंट्स ने दिया आर्किटेक्चर का पेपर

- मैथ्स के साथ एप्टीट्यूट के पार्ट में पूछे गए आसान सवाल

- ड्राइंग के पेपर में भी आसान ऑप्शन

- आज से मेन इंजीनियरिंग कोर का होगा एग्जाम

- 15 सौ स्टूडेंट्स ने शहर में एग्जाम में हुए शामिल

- 09 लाख पचास हजार स्टूडेंट्स ने जनवरी अटेम्ट के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया

दो शिफ्ट में एग्जाम

- पहली शिफ्ट सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक

- दूसरी शिफ्ट दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक

LUCKNOW : आईआईटी और एनआईटी जैसे इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिशन के लिए राजधानी में मंगलवार से पहले चरण के जेईई मेन्स की शुरुआत हुई। शहर में जानकीपुरम विस्तार स्थित कॉसमो फाउंडेशन के आईओन डिजिटल जोन में आयोजित किया गया। मंगलवार को बीटेक आर्किटेक्चर में दाखिले के लिए स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी। पेपर-2 में तीन विषय मैथ्स, एप्टीट्यूड और ड्राइंग सब्जेक्ट का एग्जाम आयोजित किया गया।

एग्जाम देकर निकले स्टूडेंट्स ने बताया कि इस बार के आर्किटेक्चर के पेपर को बीते साल की तुलना में काफी आसान था। कैंडीडेट नैंसी ने बताया कि जेईई मेंस उसका यह दूसरा अटेम्प्ट है। बीते साल की तुलना में इस बार का पेपर काफी आसान रहा। खासतौर पर मैथ्स का पेपर काफी इजी था। ज्यादातर सवाल न्यूमेरिक, इंट्रीग्रेशन से सवाल पूछे गए थे। वहीं कृति ने बताया कि मैथमैटिक्स वाला भाग पेपर के सभी तीनों भागों से आसान रहा। इसमें ज्यादातर प्रश्न गणनात्मक थे। इस भाग में 10 प्रश्न 12वीं के सिलेबस और 20 प्रश्न 11वीं के सिलेबस से पूछे गए। इस भाग में 3 कठिन प्रश्न, 14 प्रश्न मीडियन लेवल के और 13 आसान प्रश्न पूछे गए। मैथ्स में ओवरऑल 30 प्रश्न पूछे गए थे।

जीके और सीरियल के कम थे सवाल

आर्किटेक्चर एप्टीट्यूड के पेपर में 50 सवाल पूछे गए थे। जिसमें इस बार कॉमन सवालों की संख्या काफी अधिक थी। पेपर देकर निकल मो। जाजिर ने बताया कि एप्टीट्यूड का पार्ट उम्मीद से काफी आसान रहा था। वहीं इस बार जीके से एक भी सवाल नहीं पूछा गया। वहीं सीरियल बेस्ड सवाल भी काफी कम आए। वहीं श्रुति का कहना है कि ड्राइंग के पार्ट में तीन सवाल पूछे गए थे। जिसमें एक पार्ट में अपने फेवरेट स्टार की ड्राइंग बनाना था। तो वहीं एक सवाल में एक थ्री डी डाइमेंस का पिक्चर दिया गया था। जिसे दिए गए माप के अनुसार बनाना था।

ऑनलाइन एग्जाम का अनुभव बेहतरीन

जेईई मेंस की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। इसकी जिम्मेदारी एनटीई और टीसीएस के पास है। एग्जाम में शामिल हुए स्टूडेंट्स को ऑनलाइन एग्जाम का अनुभव काफी अच्छा लगा। कैंडीडेंट्स का कहना था कि उन्हें अगला सवाल क्या होगा इसको लेकर काफी उत्सुकता थी। कम्प्यूटर किसी भी पार्ट का सवाल रेडमलीं कैंडीडेट्स से पूछ रहा था। जेईई-2019 का आयोजन करा रही एनटीई ने सभी सब्जेक्ट के कई क्वेश्चन बैंक तैयार किए हैं। जो सर्वर पर अपलोड कर दिए गए हैं। ऑनलाइन एग्जाम देने जा रहे स्टूडेंट्स से कम्प्यूटर सर्वर में पड़े क्वेश्चन बैंक से कोई भी सवाल उठाकर पूछ सकता है।

कोट

ओवरऑल पेपर काफी आसान रहा, मैथ्स के पेपर को लेकर थोड़ा डर लग रहा था, पर मैथ्स के पार्ट में काफी इजी सवाल पूछे गए थे।

-मो। जाजीर

एप्टीट्यूड का पार्ट काफी आसान रहा, वहीं मैथ्स में इंट्रीग्रेशन, कैलकुलस पार्ट से काफी अच्छे सवाल पूछे गए थे।

- कृति

पिछले साल की तुलना में इस बार का पेपर काफी आसान रहा है। मैंने पिछले साल भी एग्जाम दिया था। उस हिसाब से इस बार पेपर बेस्ट है।

- नैसी

मैथ्स में टफ सवालों की उम्मीद कर रही थी। पर ओवरऑल सभी सवाल काफी आसान आए थे। वहीं एप्टीट्यूट के पार्ट में जीके के एक भी सवाल नहीं पूछे गए थे।

- श्रुति