-गांव के स्कूलों में बने क्वारंटाइन में प्रशासन की देखरेख में रहेंगे परदेशी

PATNA: दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत देश के अन्य हिस्सों से काफी संख्या में परदेसी बिहारी बसों से बिहार लौट रहे हैं। इनमें से भभुआ के एक परदेसी तुरंत घर नहीं पहुंचाने पर छत से कूदकर जान देने की धमकी देने लगे तो दूसरे ने बस की शीशे से खुद को जख्मी करने की कोशिश की। इस कारण अधिकारियों की देखरेख में परदेसियों को घर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। एक ओर दिल्ली सरकार प्रवासी बिहारियों को वहीं रुकने को कह रही, जबकि दूसरी ओर लगातर बसें भी उपल?ध करा कर बिहार भेजा जा रहा है। बिहार की सीमावर्ती जिले जो यूपी से जुड़े हैं, वहां से बड़ी संख्या में लोग लौटे हैं। इस स्थिति में बिहार सरकार ने अब तय किया है जो लोग दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत अन्य जगहों से लौट रहे हैं उनकी जांच कराकर सरकार की देखरेख में उनके घर तक पहुंचाया जाएगा।

14 दिन रहेंगे क्वारंटाइन में

संडे को हुई उच्चस्तरीय बैठक में परिवहन विभाग को तैयार रहने को कहा गया है। परिवहन विभाग बस उपल?ध कराएगा। बिहार बार्डर से सभी जिलों के लिए बसें खुलेंगी। प्रवासियों की जांच और भोजन की व्यवस्था कर उनके गांव के जिला मुख्यालयों में बस से भेजा जाएगा। डीएम को आदेश दिया गया है कि वे अपने स्तर से छोटे वाहनों का इंतजाम रखें। बस से पहुंचे लोगों को छोटे वाहनों से उनके गांव भेजा जाएगा। गांव पहुंचने पर घर जाने की इजाजत नहीं होगी। गांव के ही स्कूल, पंचायत भवन या अन्य सरकारी भवन में 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहना होगा। इसके बाद ही वे घर जा सकेंगे।

कैंप चलाना संभव नहीं

बीडीओ के स्तर पर इस व्यवस्था की मॉनिट¨रग की जाएगी। वहीं अगर बॉर्डर पर जांच के क्रम में किसी व्यक्ति में बीमारी के लक्षण दिखते हैं तो उसे इलाज के लिए भेजा जाएगा। बैठक में यह मंथन हुआ कि जिस तरह से यूपी से लगने वाले सीमावर्ती जिलों पर बसें पहुंच रही हैं, उतनी बड़ी संख्या में आए लोगों के लिए कैंप का संचालन संभव नहीं हो पाएगा। कैंप में बड़े स्तर पर सुविधाएं नहीं उपल?ध हो पाएंगी। विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

घर नहीं पहुंचाएंगे तो छत से कूद दे देंगे जान

दिल्ली से लौटे परदेशियों को तुरंत घर पहुंचाने को लेकर जबरदस्त दबाव है। पटना में एक अधिकारी ने बताया कि भभुआ से यह खबर आयी कि परदेश से लौटे एक मजदूर स्कूल की छत पर चढ़कर चिल्लाते हुए कहने लगा कि अगर घर नहीं पहुंचाएंगे तो छत से कूदकर जान दे देंगे। किसी तरह उसे उतारा गया। एक ने बस का शीशा तोड़ खुद को जख्मी करने का प्रयास किया।