- गोल मार्केट में एक मल्टीलेवल पार्किग, तीन नगर निगम की पार्किग

- निशातगंज में पार्किग की व्यवस्था तक नहीं, ओवरब्रिज पर खड़ी होते हैं वाहन

LUCKNOW :

पार्किग का पंगा अभियान में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आप को गोलमार्केट और निशातगंज की पार्किग का हाल बता रहा है। 16 सौ मीटर के दायरे में दोनों बड़ी मार्केट में पार्किंग व्यवस्था ध्वस्त है। ऐसा नहीं है कि नगर निगम और एलडीए ने पार्किग की व्यवस्था नहीं की है, लेकिन दोनों के बीच की दूरी और क्षमता के चलते लोग पार्किग तक नहीं पहुंचते। जाम से निजात दिलाने के लिए पब्लिक के लिए जो ओवर ब्रिज बनाया गया है अधिकतर वाहन उसी पर खड़े होते हैं।

इसे भी जानें

- 14 सौ मीटर के दायरे में है महानगर और निशातगंज मार्केट

- 1000 गाडि़यों को लोड रोजाना

- 60 से 70 हजार लोग रोज आते हैं

- 250 से ज्यादा शोरूम व दुकानें

पार्किंग व्यवस्था

एलडीए की मल्टीलेवल पार्किग

कार की क्षमता - 304

पार्किग का मंथली पास - 60

नगर निगम की ओपन पार्किग

कार की क्षमता - 45

दो पहिया की क्षमता - 60

304 की क्षमता और लोड एक हजार का

महानगर गोल मार्केट और निशातगंज मार्केट में कहने को तीन सरकारी और एक प्राइवेट पार्किग है। वहीं सब पार्किग को मिलाने के बाद भी इनकी क्षमता केवल 350 फोर व्हीलर को खड़ी करने की है जबकि हर दिन दोनों मार्केट में करीब एक हजार गाडि़यों का लोड रहता है। एलडीए की पार्किग में 60 मंथली पार्किग भी शामिल हैं जो कि आस-पास के रहने वालों ने हॉयर कर रखी है। इसके बाद करीब 10 से 15 गाडि़यां वहां के व्यापारियों की खड़ी होती हैं।

बैंक ऑफिस की पार्किंग बिजी

महानगर में नगर निगम की तीन पार्किग हैं, लेकिन तीनों पार्किग बैंक और टेलीफोन एक्सचेंज की होने के चलते मार्केट में आने वाले लोग वहां गाड़ी पार्क नहीं कर पाते। उनकी क्षमता कम होने के साथ मार्केट से दूरी भी ज्यादा है। वहीं निशातगंज में कोई पार्किग नहीं है।

ओवर ब्रिज बना पार्किग

निशातगंज में पुरानी और बड़ी मार्केट होने के चलते हर दिन हजारों लोग आते जाते है। पार्किग न होने के चलते चार पहिया लेकर आने वाले लोग ओवर ब्रिज पर एक साइड गाड़ी खड़ी करके चले जाते है। इससे न केवल जाम लगता है बल्कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

पार्किग की व्यवहारिक समस्या है। मार्केट में खरीदारी में अगर दस मिनट भी लगे तो पार्किंग वाले 20 रुपये वसूलते हैं। इसके अलावा दूरी पर ज्यादा है। ऐसी स्थिति में कोई पार्किग में क्यों जाएगा।

सचिन, महानगर

निशातगंज और महानगर में शॉपिंग करने वाले अगर महानगर गोल मार्केट में गाड़ी पार्क करते हैं तो निशातगंज मार्केट की दूरी ज्यादा है। पार्किग दोनों के बीच में होती तो पब्लिक को राहत मिलती।

अतुल भट्ट, गोमती नगर

निशातगंज मार्केट में ज्यादा लोग आते हैं। यहां पार्किग की व्यवस्था नहीं है, चौराहे पर ऑटो टैम्पो का जमावड़ा रहता है। लोग अपनी गाडि़यां कहां खड़ी करे। गोलमार्केट पार्किग दूर है।

ब्रिजेन्द्र दुबे, अलीगंज

गोल मार्केट में मल्टीलेवल पार्किग में भीड़ ज्यादा होने से लोग गाड़ी पार्क नहीं करना चाहते हैं। वहां के शोरूम और दुकानदार खुद ही अपने सामने गाडि़यों की पार्किग कराते हैं।

दीपक महाजन, इंदिरा नगर

रोड पर गाड़ी खड़ी करने वालों के खिलाफ चस्पा चालान की कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा दोनों बाजारों के आसपास अवैध अतिक्रमण को भी हटाया जा रहा है, जिससे ट्रैफिक सुगम हो सके और लोग पार्किंग तक पहुंच सकें।

हरेंद्र कुमार, एसपी ट्रांस गोमती