नई दिल्ली (आईएएनएस)।  क्रिसमस की छुट्टियों के बाद आज दोबारा सत्र की कार्यवाही होगी। संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही में आज सरकार के एजेंडे में महत्वपूर्ण तीन तलाक विधयेक को चर्चा के लिए रखा जाना है। भाजपा और कांग्रेस ने लोकसभा के अपने सदस्यों को व्हिप जारी किया और चर्चा के दौरान उपस्थित रहने के लिए कहा है। पिछले हफ्ते सरकार और विपक्ष मुस्लिम महिला (विवाह संरक्षण अधिकार) विधेयक 2018 पर चर्चा के लिए सहमत हुए थे, जिसे विवाहित मुस्लिम महिलाओं के हक और उनके पतियों द्वारा 'तलाक' बोलकर तलाक लेने पर रोक लगाने वाले पहले के जारी अध्यादेश से बदला जाएगा।

चुनावों से पहले अंतिम पूर्णकालिक संसदीय सत्र
यह अध्यादेश सितंबर में लाया गया था। इसमें तुरंत तीन तलाक को भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध माना गया था। इस विधेयक को 17 दिसंबर को हंगामे के बीच केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पेश किया था। सरकार इस विधेयक को पिछले हफ्ते पास कराना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों द्वारा दूसरे मामलों पर हंगामें की वजह से इस सत्र का पहला दो हफ्ता लगभग हंगामे की भेंट चढ़ गया। सरकार मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के हित इस विधेयक को अभी पारित करवाना चाहती है क्योंकि यह अप्रैल-मई 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले अंतिम पूर्णकालिक संसदीय सत्र है।

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