- सियालदाह-अजमेर एक्सपे्रस में सवार कई परिवार कानपुर से वापस घर लौटे

- रेस्क्यू टीम ने कोच से बाहर निकाला तो भगवान को नई जिंदगी देने के लिए दिया धन्यवाद

KANPUR। सियालदाह से अजमेर जा रही एक्सपे्रस ट्रेन के वेडनसडे मार्निग रूरा स्टेशन पर भीषण दुर्घटना में मौत को बेहद करीब से देखने वाले लोगों का दिल दहल गया। जिंदगी खो देने का डर इस कदर हावी हो गया था कि उन्होंने कानपुर पहुंचते ही अपना सफर खत्म करने का निणर्1य लिया।

विंटर वेकेशन पर जा रहे थे

दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन में सफर करने वाले एक दर्जन से अधिक परिवार सेंट्रल स्टेशन से ही वापस अपने घर को लौट गए। यह वह परिवार थे जो विंटर वेकेशन जयपुर में मनाने जा रहे थे। दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन के स्लीपर कोच एस-7 में अपनी पत्‍‌नी ऊषा दास के साथ सफर कर रहे कोलकाता उत्तरवाड़ा निवासी रिटायर्ड दरोगा दीपक रंजन बताते हैं कि रेस्क्यू टीम ने उनको व उनकी पत्‍‌नी को कोच से बाहर निकाला, कोच से बाहर निकलने के बाद उन्होंने भगवान को दूसरी जिंदगी देने को धन्यवाद दिया।

आंखें खुली तो चारों ओर अंधेरा था

कोलकाता बहेला निवासी परवेज आलम बताते हैं कि वह अपने परिवार के साथ अजमेर दर्शन को जा रहे थे। पूरा परिवार सुबह होने के चलते गहरी नींद में सो रहा था। तेज आवाज के साथ आंख खुली तो देखा चारों ओर अंधेरा छाया था। कोच में सामान अस्त व्यस्त पड़ा हुआ था। बीच सफर दुर्घटना होने के चलते वह अपने परिवार के साथ कानपुर सेंट्रल से वापस कोलकाता लौट गए।

पीडि़त यात्रियों को जारी किया गया पास

सियालदाह-अजमेर एक्सपे्रस दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों को रेलवे ने राहत देते हुए रेल सफर के पास जारी किए। रेलवे ने पास उन पीडि़त यात्रियों को जारी किया था। जो सफर यहीं से खत्म कर वापस अपने घर लौटना चाहते थे। इन यात्रियों को सेंट्रल स्टेशन व घटनास्थल पर पास वितरण किए गए।