- इंडियन रेलवे ने पैसेंजर्स की सहूलियत के लिए की व्यवस्था

- अब रेलवे की वेबसाइट पर भी पूछे जा सकेंगे सवाल

- तत्काल मिलेगा प्रॉब्लम का सॉल्युशन, टिकट रिफंड, कैंसिलेशन के साथ कई तरह की प्रॉब्लम से आजादी

GORAKHPUR: टिकट को कैसे कैंसिल किया जाए?, कितने वक्त में टिकट कैंसिल करने पर कितना पैसा कटेगा?, रिफंड का स्टेटस जानने के लिए क्या करना होगा? तत्काल की टाइमिंग क्या है? यह कुछ ऐसे कॉमन सवाल हैं, जिनका जवाब तलाशने के लिए कॉमन मैन को किसी एक्सपर्ट की खोज करनी पड़ती है। रेलवे के बारे में जानने वाला हो तो ठीक, वरना इंटरनेट पर भी ढेरों ऑप्शन तलाशने पड़ते हैं, मगर वह ऑथेंटिक हैं या नहीं, इसको वेरिफाई करने वाला कोई नहीं होता है। मगर अब ऐसा नहीं होगा। पैसेंजर्स को रेलवे से जुड़े अपने सभी सवालों के जवाब मिलेंगे और उन्हें इसके लिए किसी जगह जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। रेलवे की वेबसाइट पर लॉगइन करते ही रेलवे का डिजिटल कम्युनिकेशन सिस्टम 'दिशा', उनकी हर प्रॉब्लम सॉल्व करेगी और क्वेरी का सॉल्युशन देगी। यह सिस्टम वेबसाइट पर एक्टिव हो चुका है।

सिर्फ पूछना होगा सवाल

रेलवे की इस फैसिलिटी का फायदा उठाने के लिए पैसेंजर्स को सिर्फ सवाल पूछने हैं, जिसका जवाब उन्हें तत्काल डिजिटल सिस्टम के जरिए मिल जाएगा। मसलन, अगर आपको यह पता करना है कि टिकट को चार्ट बनने से कितनी देर पहले कैंसिल कराया जा सकता है और उसका क्या रिफंड मिलेगा? इसके लिए आप जैसे ही 'वॉट इज रूल ऑफ कैंसिलेशन' लिखेंगे, वैसे ही इससे मिलते-जुलते प्री-लोडेड सवाल आपकी स्क्रीन पर आ जाएंगे, इसमें अपनी क्वेरी से जुड़ा सवाल सेलेक्ट कर जैसे ही आप इंटर करेंगे, चंद सेकेंड में ही आपकी क्वेरी का जवाब आपके सामने होगा। इसके लिए पैसेंजर्स को किसी एक्सपर्ट की जरूरत भी नहीं होगी।

हिंदी और इंग्लिश दोनों ही ऑप्शन

पैसेंजर्स को सहूलियत देने के लिए रेलवे ने इस सिस्टम को काफी अपडेट किया है। कम्युनिकेशन बेहतर हो सके, इसके लिए लैंग्वेज का भी खास ख्याल रखा गया है। इंग्लिश जानने वाले लोगों के लिए जहां यह सर्विस इंग्लिश में अवेलबल है, तो वहीं इंग्लिश से अंजान लोगों को उनकी मातृभाषा यानि कि हिंदी में भी क्वेरी का ऑप्शन दिया गया है। इसके जरिए वह अपने सवालों के जवाब हासिल कर सकते हैं। रेलवे की इन वेबसाइट्स को कंप्यूटर के साथ मोबाइल पर भी आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।

आईआरसीटीसी ने शुरू की थी सर्विस

'आस्क दिशा' जोकि डिजिटल कम्युनिकेशन सिस्टम है, इसे आईआरसीटीसी ने एक साल पहले शुरू किया था। इसके जरिए यूजर्स पहले आईआरसीटीसी से जुड़े सवाल पूछ सकते थे, जिनका जवाब उन्हें तत्काल मिल जाता था। अब रेलवे ने इस फीचर को और बेहतर करते हुए, इसे अपनी वेबसाइट पर भी एक्टिवेट कर दिया है। इससे रेलवे की वेबसाइट ओपन करने वाले पैसेंजर्स को अपनी क्वेरी सॉल्व करने में प्रॉब्लम नहीं होगी। वहीं पीएनआर चेक करने के लिए वेबसाइट पर जाने वाले पैसेंजर्स के मन में भी अगर कोई सवाल हैं, तो उन्हें अपने सवाल का जवाब तत्काल मिल जाएगा।

वर्जन

रेलवे की यह अच्छी पहल है। आस्क दिशा सिस्टम से लोगों को मोबाइल के जरिए ही सारी जानकारी हो जाएगी। इससे उन्हें किसी को तलाशना नहीं पड़ेगा।

- मोमिन अशरफ, प्रोफेशनल

डिजिटल कम्युनिकेशन सिस्टम काफी लोगों के लिए मददगार साबित होगा। ऑथेंटिक इंफॉर्मेशन के सोर्स के साथ ही यह आसानी से एक्सेस करने लायक भी है।

- रितेश रॉबर्ट, टीचर