- दस मित्र देशों के 71 कैडेट भी हुए पास आउट, डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने ली परेड की सलामी

DEHRADUN: कदम-कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा सैटरडे को इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) के ड्रिल स्क्वायर में अंतिम पग भरते ही 306 अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए, तो वहीं 71 फॉरेनर कैडेट्स भी पास आउट हुए। डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने परेड की सलामी ली। उन्होंने कहा कि परेड का रिव्यू करते हुए खुशी हो रही है।

हेलीकॉप्टरों से हुई फूलों की बारिश

आईएमए में सैटरडे को सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेट मेजर रोनिश कुमार, हर्षित मिश्रा, संजय सिंह, शिवकुमार सारंग, मंजिल राय, विश्वन काटल, सबा उमा महेश व सत्यम पंत ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। 8 बजकर 50 मिनट पर एडवांस कॉल के साथ ही परिमल पराशर के नेतृत्व में परेड के लिए पहुंचे। परेड कमांडर विनय विलास गरड़ ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से सभी में जोश भर दिया। इधर, युवा सैन्य अफसर अंतिम पग भर रहे थे, तो आसमान से हेलीकॉप्टरों के जरिए उन पर फूलों की बारिश हो रही थी। डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कैडेट्स को ओवरऑल बेस्ट परफॉरमेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। राजनाथ ने कैडेट्स से कहा कि जितना गर्व आपको अपनी वर्दी पर है, उतना ही गर्व उन माता-पिता को भी है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने कलेजे के टुकड़े को समर्पित कर दिया। इसलिए यह दिन आपके परिवार के लिए भी खास है। उन्होंने कहा कि यह अवसर उन सैनिकों को याद करने का भी है जिन्होंने अपनी सेवा, त्याग व बलिदान से पराक्रमी सैन्य परम्परा का निर्माण किया है। इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, कमाडेंट ले। जनरल एसके झा, डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल गुलाब सिंह रावत सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी व सेवानिवृत्त अधिकारी मौजूद रहे।

इन्हें मिले सम्मान

- स्वार्ड ऑफ ऑनर व गोल्ड मेडल-विनय विलास गरड़

- सिल्वर मेडल- पीकेंद्र सिंह।

सिल्वर मेडल (टीजी)-शिवराज सिंह।

- ब्रॉन्ज मेडल- ध्रुव मेहला।

- सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट- कुएंजंग वांगचुक भूटान।

- चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर- केरन कंपनी।