आगरा। स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी में अब तक झोलाछाप के ही कारनामे सामने आते थे, लेकिन रविवार को एक चौंकाने वाला सामाने आया। मेडिकल स्टोर में मरीज भर्ती मिले। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोर पर एफआईआर के आदेश दिए। इसके साथ ही विभाग ने दो अस्पतालों पर भी छापेमारी की। वहां अव्यवस्थाएं होने पर मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी।

नहीं था हॉस्पिटल का लाइसेंस

धनौली स्थित आशु मेडिकल स्टोर पर जब स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची, तो वहां मरीज भर्ती मिले। ये देख टीम चौंक गई कि आखिर कैसे मेडिकल स्टोर में मरीजों का इलाज चल रहा है। मरीजों की अनटे्रंड स्टाफ के द्वारा जांचें की जा रहीं थीं। दवा बांटी जा रहीं थीं। ड्रिप चढ़ाई जा रही थी। अस्पताल का लाइसेंस न होने के बावजूद मरीज भर्ती करने पर स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस दिया। साथ ही मेडिकल स्टोर पर एफआईआर के आदेश जारी कर दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान बॉयोमेडिकल वेस्ट भी बिखरा पड़ा था।

रोक के बावजूद भर्ती किए जा रहे थे मरीज

धनौली स्थित आर मधुराज हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग एवं मजिस्ट्रेट ने छापेमारी के दौरान 23 अप्रैल को मरीज भर्ती पर रोक लगा दी थी। आदेशों को हवा में उड़ाते हुए अस्पताल मरीज भर्ती कर रहा था। शुक्रवार को दोपहर करीब तीन बजे 25 वर्षीय गीता पत्नी आकाश निवासी बुद्धा का नगला को पेट में दर्द की शिकायत थी। गीता दो महीने की गर्भवती थी। तबियत बिगड़ने पर झोलाछाप डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के कुछ घंटो के बाद महिला की हालत बिगड़ गई। शनिवार को सुबह महिला ने दम तोड़ दिया। परिजनों के हंगामे और शिकायत के बाद एसीएमओ की टीम ने आर मधुराज हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। उस दौरान अस्पताल में कोई मरीज भर्ती नहीं था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया है। साथ ही महिला की इलाज के दौरान हुई मौत की जांच के आदेश दिए गए है।

श्रीराम अस्पताल में भी मरीज भर्ती पर रोक

नौलक्खा, सदर निवासी राकेश की बहन प्रतिभा के पथरी का ऑपरेशन एमजी रोड स्थित श्रीराम अस्पताल में हुआ था। ऑपरेशन के बाद प्रतिभा के पेट में पानी भर गया था। जिसकी शिकायत परिवारीजनों ने पीएमओ, स्वास्थ्य मंत्री, योगी तक कर दी थी। प्रतिभा के पति बीएसएफ में हैं। इस पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। स्वास्थ्य विभाग टीम रविवार को श्रीराम हॉस्पिटल पहुंची। एसीएमओ डॉ। अजय कपूर ने बताया कि अस्पताल में 13 मरीज भर्ती मिले थे। अस्पताल के रजिस्टर चेक करने पर पाया कि डॉक्टर मरीज को सिर्फ एक बार चेक करता पाया गया है। बॉयोमेडिकल वेस्ट में भी बहुत गड़बड़ी पाई गई है। अव्यवस्थाओं के चलते हॉस्पिटल में मरीज भर्ती पर रोक लगा दी है।