- जिला अस्पताल के 15 बेड वाले बर्न वार्ड में एडमिट हैं छह पेशेंट

GORAKHPUR: भीषण गर्मी में जब स्वस्थ आदमी भी परेशान है, ऐसी हालत में जिला अस्पताल में बर्न वार्ड में एडमिट मरीजों की हालत समझी जा सकती है। चारों तरफ से बंद वार्ड में लगे चारों एसी काफी समय से खराब है। झुलसे मरीज यहां गर्मी से उबल रहे हैं लेकिन उन्हें कोई देखने वाला नहीं है।

घर से लेकर आते हाथ वाला पंखा

गर्मी से बेहाल पेशेंट को राहत पहुंचाने के लिए कुछ तीमारदार घर से हाथ वाला पंखा लेकर आते हैं और उसे झलते हैं। लेकिन पूरे वार्ड में भीषण गर्मी व उमस के कारण यह भी राहत नहीं दे पाता। यही नहीं, मरीजों की ड्रेसिंग भी टाइम पर नहीं हो पा रही। बुधवार को स्टाफ नर्सो के लिए बनाए गए नर्सिग स्टेशन पर तो कोई दिखा ही नहीं। एक पेशेंट का तीमारदार ने एसआईसी के पास पहुंचकर शिकायत की कि न तो डॉक्टर आए, न दवा दी गई और न ही ड्रेसिंग कराई गई। इस पर एसआईसी ने जिम्मेदारों को फोन कर उपचार करने को कहा लेकिन गर्मी से राहत का इंतजाम फिर भी नहीं किया गया।

कॉलिंग

मेरी पत्‍‌नी राजमती रात में अचानक आग की चपेट में आ गई। उन्हें जिला अस्पताल भर्ती कराया हूं, ना डॉक्टर आ रहे हैं और ना ही ड्रेसिंग हो रही है। वार्ड में लोग उबल रहे हैं।

राम प्रसाद, खोराबार

वार्ड में एसी खराब है। पंखा गर्म हवा दे रहा है। दस रोज हो गया। चार बार अफसरों से खुद मिलकर शिकायत की लेकिन हर बार आज कल की बात कर टाल दिया गया।

रंभू प्रसाद, खोराबार

वर्जन

नया एसी लगवाने के लिए डीएम से बात की गई है। जल्द ही एसी लगवा दिया जाएगा।

- डॉ। डीके सोनकर, एसआईसी, जिला अस्पताल