-शुक्रवार से सामान्य हो जाएगी चिकित्सा सेवा और व्यवस्था, इमरजेंसी में बेड रहे खाली ओपीडी में उमड़े मरीज

PATNA: एनएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों की छह दिनों से चल रही स्ट्राइक गुरुवार शाम चार बजे समाप्त हो गई। इसके बाद मरीज से लेकर सीनियर डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन ने राहत की सांस ली। जूनियर डॉक्टरों के काम पर लौटने से अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर आने लगी हैं। जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी, आईसीयू, वार्ड में मरीजों का इलाज करने में जुट गए हैं।

डटे रहे सीनियर डॉक्टर

सेंट्रल इमरजेंसी और शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी में अधिकांश बेड खाली रहे। मरीजों के पलायन करने का सिलसिला जारी रहा। वही सेंट्रल रजिस्ट्रेशन काउंटर पर सुबह से ही मरीजों की कतार लग गई। नए पुराने 1868 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ। विभिन्न विभागों की ओपीडी में पहुंचे इन मरीजों का सीनियर डॉक्टरों ने इलाज किया। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थित सेंट्रल पैथोलॉजी में इन मरीजों की जांच, एक्स रे एवं अल्ट्रासाउंड हुआ है।

जूनियर डॉक्टरों ने डाली खलल

गुरुवार को दिनभर राहत की बात यह रही कि स्ट्राइक कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी को बाधित नहीं किया। दवा वितरण काउंटर पर भी मरीजों की कतार लगी रही। एनएमसीएच के प्राचार्य डॉ। विजय कुमार गुप्ता और अधीक्षक डॉ। गोपाल कृष्ण ने बताया कि शुक्रवार से चिकित्सा सेवा और व्यवस्था पूरी तरह सामान्य हो जाएगी। स्ट्राइक कर रहे जूनियर डॉक्टर दोपहर तक इमरजेंसी के समीप धरना पर बैठे रहे। स्ट्राइक की खबर पाकर मरीज इलाज कराने नहीं पहुंचे।