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PATNA: मौसम का मिजाज बदलते ही पटना में डेंगू का डंक डराने लगा है। राजधानी के सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। अस्पतालों में डेंगू वार्ड फुल हो गए हैं। वहीं, फॉगिंग को लेकर पटना नगर निगम के किए गए सभी दावे फेल हो गए हैं। राजधानी के अधिकांश इलाके में बारिश का जमा है। जिसे निगम निकाल नहीं पा रहा है। इसी का नतीजा है कि राजधानी में डेंगू के मच्छर तेजी से पनपने लगे हैं। लोग डेंगू के डर के साये में जी रहे हैं। शुक्रवार को पीएमसीएच में जांच के दौरान 55 मरीज डेंगू के पॉजिटिव मिले। जिसमें से 25 डेंगू वार्ड में भर्ती हैं बाकी 30 का इलाज ओपीडी में चल रहा है। 55 में से 30 मरीज कंकड़बाग, नूतन राजधानी और पटना सिटी एरिया के हैं।

नहीं हो पा रहा भौतिक सत्यापन

डॉक्टरों की माने तो मच्छरों का प्रकोप शहर लगातार बढ़ रहा है। शहर के सरकारी अस्पतालों में जांच की उचित व्यवस्था नहीं की गई है। जिस वजह से अधिकांश मरीज पीएमसीएच या प्राइवेट अस्पताल की ओर कूच कर रहे हैं। कई प्राइवेट अस्पताल मरीजों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को नहीं दे रहे हैं। इस वजह से डेंगू मरीजों का भौतिक सत्यापन नहीं हो पा रहा है। सरकारी अस्पतालों में हुई जांच रिपोर्ट के आधार पर डेंगू मरीजों की संख्या 500 से अधिक हो गई है। अगर प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीजों का सैंपल शामिल कर लिया जाए तो संख्या 1000 पार हो जाएगी।

सरकारी इंतजाम धराशायी

राजधानी में डेंगू का प्रकोप बढ़ने से जिम्मेदार महकमों की नींद उड़ी हुई है। सरकारी तंत्र द्वारा अब तक किए गए सभी इंतजाम धराशायी होते दिख रहे हैं। पीएमसीएच प्रशासन ने डेंगू के मरीजों के लिए भले ही अतिरिक्त वार्ड बना लिया है लेकिन मरीजों की संख्या इस कदर बढ़ रही है कि डेंगू वार्ड में बेड कम पड़ रहे हैं।

नहीं हो रही फॉगिंग

डेंगू को लेकर पटना नगर निगम एक्टिव नहीं हैं। नगर निगम के पाटलिपुत्रा अंचल के वार्ड नंबर 6 और 7 के लोगों ने बताया कि पिछले 2 माह में मात्र दो दिन भी फॉगिंग नहीं हुई। इस वजह से यहां मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। राजधानी के अधिकांश वार्डो की भी यही स्थिति है। आलम यह है कि निगम के पास फॉगिंग करने के लिए पर्याप्त संसाधन भी नहीं हैं।

लग रही लंबी लाइन

सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में सुबह से ही मरीजों की लंबी लाइन लग रही हैं। पीएमसीएच में पैथोलॉजी के बाहर जांच कराने के लिए मरीजों की भीड़ हो रही है। डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के दावे फिसड्डी साबित हुए हैं। स्वास्थ्य महकमे के साथ ही अन्य विभाग भी डेंगू के रोकथाम में जुटा हुआ लेकिन पटना में मरीजों की संख्या घटने के बजाए बढ़ रही है।

25 मरीज भर्ती हैं। ओपीडी में 25 से 30 मरीजों का प्रतिदिन इलाज हो रहा है। मरीजों का इलाज करने में डॉक्टर लगातार जुटे हुए हैं।

-डॉ। राजीव रंजन, अधीक्षक, पीएमसीएच