प्रदेश शिक्षक-कर्मचारी समन्वय समिति ने आयोग रिपोर्ट के खिलाफ किया प्रदर्शन

ALLAHABAD: सातवें वेतन आयोग से निराश प्रदेश के कर्मचारियों एवं शिक्षक संगठनों के शीर्ष प्रतिनिधि फोरम उत्तर प्रदेश शिक्षक-कर्मचारी समन्वय समिति ने सड़क पर उतर कर विरोध जताया। समिति के मेंबर्स व शिक्षक नेताओं ने सुभाष चौराहे पर प्रदर्शन करते हुए रिपोर्ट की प्रतियां जलाते हुए रिपोर्ट का दाह संस्कार किया। प्रदर्शन के बाद एक सभा का आयोजन किया गया। इसमें शिक्षक विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि सभी कर्मचारी एवं शिक्षक एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। आगामी 14 जुलाई को जिला अधिकारी को हजारों की संख्या में शिक्षक व कर्मचारी एकत्रित होकर ज्ञापन सौंपेगे। इसके बाद 9 अगस्त को लखनऊ पहुंचकर पुरानी पेंशन बहाली व सातवां वेतन आयोग लागू करने हेतु सरकार को विवश करेंगे।

लाखों कर्मचारी, शिक्षकों झटका

शिक्षकों व कर्मचारियों की सभा को संबोधित करते हुए शिक्षक कर्मचारी समन्वय समिति इलाहाबाद के मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता डॉ। शैलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि वेतन आयोग दस सालों के लंबे अंतराल के बाद मिलता है। ऐसे में जब उसकी रिपोर्ट और सरकार के निर्णय से महंगाई के कारण किसी प्रकार अपना जीवन व्यतीत कर रहे शिक्षक व कर्मचारियों में भारी असंतोष व्याप्त होना स्वाभाविक है। सातवें वेतन आयोग के रिपोर्ट एवं उस पर निर्णय से प्रदेश के लाखों कर्मचारियों एवं शिक्षकों पर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आयोग की रिपोर्ट में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही निचले व मध्यम स्तर के कर्मचारियों, शिक्षकों को कोई राहत नहीं दी गई है। जिससे सभी में गहरा आक्रोश व्याप्त है। सभा में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रदेश कर्मचारी नेता अमरनाथ यादव, देवेन्द्र श्रीवास्तव, हनुमान प्रसाद श्रीवास्तव, महेश दत्त शर्मा, जंगहादुर सिंह पटेल समेत अन्य लोग मौजूद रहे।