आई स्पेशल

- जलजले के बाद इंश्योरेंस कंपनियों के पास बढ़े होम इंश्योरेंस से जुड़े सवाल

- मेरठ में बहुत कम लोग कराते हैं होम इंश्योरेंस

-लोन लेने के लिए कुछ लोग मजबूरी में कराते है इंश्योरेंस

>dishant.trivedi@inext.co.in

Meerut: 'भूकंप के झटकों ने मुझे डरा दिया यह बात सही है, लेकिन एक सबक भी दिया है। मैंने अब तक अपने घर के इंश्योरेंस के बारे में नहीं सोचा था.' यह कहना है आर्दश नगर निवासी दीपक शर्मा का। यह ऐसे अकेले नहीं जिन्हें जलजले ने सोचने पर मजबूर कर दिया। भूकंप के झटकों ने जहां लोगों का ध्यान होम इंश्योरेंस की ओर आकृष्ट किया है तो दूसरी ओर इंश्योरेंस कंपनियां भी अब एजेंट के माध्यम से होम इंश्योरेंस के फायदे लोगों को समझाने की योजना तैयार कर रही हैं। हालांकि अभी मेरठ में बहुत कम लोग हैं जिन्होंने होम इंश्योरेंस करा रखा है। अब लोग इंश्योरेंस कंपनी में जाकर भी होम इंश्योरेंस के बारे में जानकारी कर रहे हैं।

प्रीमियम देकर हो जाएंगे सेफ

यूं तो भूकंप का असर निर्माण की गुणवत्ता पर निर्भर करता है, लेकिन यह भी सच है कि इंश्योरेंस के जरिये रोज केवल पांच से क्भ् रुपये खर्च कर दोबारा निर्माण का खर्च कवर किया जा सकता है। बीमा कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक, घर के इंश्योरेंस पर प्रति लाख करीब म्0 रुपये का प्रीमियम आता है। लंबे समय के लिए घर का बीमा करवाने पर प्रीमियम काफी कम हो सकता है। होम इंश्योरेंस में मकान फिर से बनवाने का खर्च कवर होता है। यह प्रॉपर्टी की वैल्यू के बराबर नहीं होता है। ख्000 वर्ग फुट के मकान के लिए फ्भ्-70 लाख रुपये का इंश्योरेंस लिया जा सकता है। हालांकि सरकारी बीमा एजेंसियों और प्राइवेट बीमा एजेंसी के बीमे के रेट में थोड़ा अंतर जरूर है। दोनों ही कंपनी आर्किटेक्ट से रिपोर्ट लेने के बाद ही बीमे पर रिस्क कवर देती हैं।

कितना मिलता है रिस्क कवर

होम इंश्योरेंस कराने से आपकी सेफ्टी होती है। यदि आपके मकान में कभी आग लग जाए या फिर आपदा में आपका मकान गिर जाए तो आपको पैसों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। इंश्योरेंस आपको बहुत फायदा दे सकता है। यदि आपका मकान पचास लाख रुपये का है, तो आपको बैंक केवल मलवे के पैसे काटकर पूरा रिस्क कवर देता है। इंश्योरेंस के लिए जरूरी होता है आपका मकान इलीगल जगह पर न बना हो, लीगल ढंग से मकान बना होगा, तभी आपका इंश्योरेंस होगा।

मजबूरी में कराते हैं इंश्योरेंस

मेरठ में होम इंश्योरेंस कराने वालों की संख्या काफी कम है। न के बराबर ही लोग होम इंश्योरेंस कराते हैं। जो लोग इंश्योरेंस कराते हैं, उनकी मजबूरी होती है। दरअसल बैंक से प्रॉपर्टी के अंगेस्ट लोन लेने के लिए होम इंश्योरेंस जरूरी होता है, क्योंकि बिना रिस्क कवर के प्रॉपर्टी अंगेस्ट लोन टेढ़ी खीर साबित होता है। जो लोग इंश्योरेंस नहीं कराते, उनको लोन बैंक किसी सूरत में नहीं दे सकता है।

मकान की कीमत और प्रीमियम

कीमत प्रीमियम

फ्0 लाख : क्800-ख्000 रुपये

ब्0 लाख : ख्ब्00-ख्भ्00 रुपये

भ्0 लाख : फ्000-फ्ख्00 रुपये

(सामान का इंश्योरेंस करवाने पर प्रीमियम बढ़ेगा)

इंश्योरेंस केवल एक साल के लिए किया जाता है। एक साल पूरे होने पर इंश्योरेंस आगे बढ़ाया जा सकता है।

नोट : घर के इंश्योरेंस में भूकंप के साथ आग, गैस सिलिंडर, प्लेन गिरने, दंगा, बाढ़, तूफान, भूस्खलन का रिस्क भी कवर होता है।

फैक्ट एंड फिगर

0.भ् फीसदी से भी कम है मेरठ का होम इंश्योरेंस करवाने वालों का आंकड़ा

ब्.ब् अरब डॉलर का नुकसान ख्0क्ब् में भारत को

भ्ख् अरब डॉलर की प्रॉपर्टी ख्0क्ब् में एशिया में तबाह

0क् फीसदी लोग ही देश भर में करवाते हैं घर का बीमा

घर का इंश्योरेंस करवाने से सिर्फ भूकंप ही नहीं, बल्कि आग और दूसरी कई विपत्तियों के वक्त भी लोग फायदा उठा सकते हैं, लेकिन मेरठ में होम इंश्योरेंस बहुत कम लोग कराते हैं। इंश्योरेंस कराने वाले वह लोग हैं जिनको बैंक से प्रॉपर्टी बनाने के लिए लोन लेना होता है। एजेंटों से कहकर होम लोन कराने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। हमारे यहां भी लोग आकर होम इंश्योरेंस की जानकारी ले रहे हैं।

-एन.के। हरित, मैनेजर, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी

घर का इंश्योरेंस करवाने को लेकर ज्यादा जागरूकता नहीं है। कॉमर्शियल इंश्योरेंस तो लोग काफी कराते हैं, लेकिन होम इंश्योरेंस से परहेज करते हैं। जिन लोगों को लोन कराना होता है, वह इंश्योरेंस नहीं कराते हैं। लोग कंपनी में आकर होम इंश्योरेंस के बारे में सभी प्रकार की जानकारी ले रहे हैं।

-इंद्रजीत, डिविजनल मैनेजर

दि ओरियन्टल इंश्योरेंस कंपनी

होम इंश्योरेंस कराने के लिए एजेंटों ने पहले खूब लोगों से मिलकर जागरूकता फैलाई, लेकिन लोग नहीं माने और इंश्योरेंस नहीं कराया। होम इंश्योरेंस आपदा के साथ घर में आग लगने के लिए भी बहुत सुविधाजनक होता है। केवल लोन लेने के लिए होम इंश्योरेंस कराया जाता है।

-दुर्लभ दर्शन शर्मा, एडवाइजर, श्रीराम इंश्योरेंस कंपनी

भूकंप आया तो हुए सोचने पर मजबूर

हमारे इस इलाके में भूकंप बहुत कम आते हैं, इसलिए मैने होम इंश्योरेंस नहीं कराया था, लेकिन जो हाल नेपाल में भूकंप से देखा है। अब मैंने इंश्योरेंस कराने की सोच ली है। मैंने अपने इंश्योरेंस एजेंट से भी संपर्क कर लिया है। मैं इंश्योरेंस कराउंगा।

दीपक शर्मा, आदर्शनगर

मैंने अपने घर का इंश्योरेंस नहीं करा रखा है, लेकिन अब मैंने अपनी सेफ्टी के लिए इंश्योरेंस जरूर कराउंगा, ताकि भविष्य में इस प्रकार के यदि भूकंप से यदि नुकसान हो तो उसकी भरपाई बीमे से आसानी से हो सके।

महेश यादव, गुप्ता कालोनी

मेरठ में भूकंप कम आते हैं, इसलिए हमने इंश्योरेंस नहीं करा रखा है। एक बार पहले कराने की सोची भी थी, लेकिन अब मैं अपने घर का इंश्योरेंस जरूर कराउंगा। इसके लिए मैं आज ही इंश्योरेंस कंपनी जाउंगा।

ललित कुमार, लाला का बाजार

होम इंश्योरेंस नहीं करा रखा है। न ही कभी होम इंश्योरेंस कराने की जरूरत महसूस हुई, लेकिन वर्तमान में जो स्थिति बनी है, इसको देखकर मैंने इंश्योरेंस कराने की सोच ली है। मैं अपने घर का इंश्योरेंस कराउंगा।

विनय विरालिया, कंकरखेड़ा