आगरा (ब्यूरो)। चंबल नदी 23 वर्ष पूर्व का रिकार्ड तोड़ने के नजदीक है। खतरे के चार मीटर ऊपर 136 मीटर पर बह रही का जलस्तर यदि अब जरा भी बढ़ा तो बाह क्षेत्र में बाढ़ का यह अब तक का रिकार्ड होगा। वहीं पानी से घिरे 40 गांवों के लोगों का पलायन जारी है। वे टीलों पर पहुंचकर सुरक्षित स्थान तलाश रहे हैं। कई घरों में तो छत के पास तक पानी पहुंच गया है। इस बीच मंगलवार को कमिश्नर अनिल कुमार ने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। पानी में फंसे लोगों को बचाने में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) लगा रहा।

कोटा बैराज से नौ सितंबर से लगातार छोड़े जा रहे पानी ने बाह तहसील क्षेत्र के चंबल पट्टी के किनारे बसे गांवों में तबाही मचा रखी है। करीब 40 गांव किसी न किसी तरह से बाढ़ की चपेट में आने से प्रभावित है। राजस्थान के रेहा बार्डर से उदयपुर खुर्द तक नदी के किनारे की कई हजार बीघा फसल बर्बाद हो गई। इसके अलावा गुढ़ा, गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा, भगवान पुरा, झरना पुरा, पुरा उमरैठा, क्यौरी का पुरा, मऊ की मढ़ैया समेत दो दर्जन गांवों में घरों के भीतर भी पानी भर गया है। मंगलवार को कमिश्नर अनिल कुमार ने एसडीएम महेश प्रकाश के साथ पिनाहट पहुंच बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

एसडीआरएफ ने सात लोगों की बचाई जान
करीब दो दर्जन गांव पानी से घिर चुके हैं। जैतपुर क्षेत्र में मंगलवार दोपहर चंबल नदी के किनारे टीले पर बसे मऊ की मढ़ैया गांव के सात लोग पानी के बीच घरों में ही घिर गए। राज्य आपदा मोचन बल ने बाढ़ के पानी में घिरे राधेश्याम, मुन्नीदेवी, पुतई, बंटू, निशंात, मुन्नी देवी, रीनादेवी को सुरक्षित निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। टीम में धर्मेद्र उपाध्याय, अंबर प्रसाद, उदयभान, शैलेंद्र सिंह का सहयोग राजस्व विभाग की टीम में शामिल विपिन बिहारी, अविनाश माहौर, विष्णु प्रताप, जाहिद करारी और जैतपुर पुलिस मौजूद रही।

इन गांवों के लोगों की फसलें हुई बर्बाद
तासौड़, बरैंडा, करकौली, महगौली, विप्रावली, उटसाना, उमरैठा, बघरैना, बासौनी, जेबरा, कुअरखेड़ा, बमरौली, गोंसिली, सिमराई, खेड़ा राठौर, महुआ, नंदगांव, बिट्ठौना, प्यारमपुरा, मुकुटपुरा, नावली, कोरथ, कमौनी, उदयपुर खुर्द के किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी है।

प्रशासन और संस्थाओं ने भिजवाई खाद्य सामग्री
प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में खाद्य सामग्री भिजवाना शुरू कर दी है। स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी बाढ़ से घिरे गांव के लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। एंग्री यंग यूथ एनजीओ बाह, जैतपुर की मेक ए डिफरेंस सोसाइटी ने इन गांवों में खाने के पैकेट व अन्य खाद्य सामग्री भेजी।

धुएं का सहारा लें ग्रामीण, पानी उबालकर पीएं
प्रभावित गांवों में बाह, पिनाहट, जैतपुर सीएचसी की टीमों ने पहुंच कर ग्रामीणों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर दवा वितरित की। गंदगी व जलभराव के कारण होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक कर उन्हें धुएं का सहारा लेने को कहा। कहा गया कि ग्रामीण पानी को उबालकर प्रयोग करें।

मोनी बाबा आश्रम पर फंसे संत
पिनाहट। थाना पिनाहट के गांव पडुआपुरा स्थित चंबल के बीहड़ मे बना मोनी बाबा आश्रम पर चार संत पुजारी बाबा, राघवदास बाबा, सूखाबाबा, रामू बाबा ये सभी आश्रम पर थे। नदी के पानी ने आश्रम को चारों तरफ से घेर लिया। दिनभर इन संतों को बचाने की कवायद तो चलती रही किन्तु इन्हे बचाने शाम तक कोई नहीं पहुंचा।

कमिश्नर विधायक पहुंचे पिनाहट घाट
पिनाहट। बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए मंगलवार को कमिश्नर अनिल कुमार व क्षेत्रीय विधायक पक्षालिका सिंह पिनाहट चंबल नदी घाट पहुंची और नदी के हालात का जायजा लिया। कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि बाढ़ ग्रसित गांवो के लोगो को हर संभव मदद पहुंचाने में कोई परेशानी नही होनी चाहिए।

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