- डीएम के निर्देश पर फंसे हुए लोगों को खिलाया गया खाना

GORAKHPUR: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर हुए लॉकडाउन के बीच दिल्ली, नोएडा सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फंसे हुए गोरखपुर सहित आसपास के लोग शनिवार को बसों के माध्यम गोरखपुर पहुंचे। डीएम के निर्देश के बाद उन्हें परिवहन निगम ने बसों के माध्यम से उनके गंतव्यों को भेजा। कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन के गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज आदि जिलों के तमाम मजदूर दिल्ली नोएडा सहित पश्चिमी शहरों में फंसे हुए थे। सरकार के पहल के बाद फंसे हुए लोगों को गोरखपुर भेजने का सिलसिला शुरू हुआ।

डीएम ने कराया खाने का इंतजाम

शनिवार को यहां आने के बाद जो लोग यहां के लोकल थे वह अपने अपने घरों को पैदल ही निकल लिए लेकिन जो आसपास के जिलों के थे उनके सामने अपने घर तक पहुंचने का संकट उत्पन्न हो गया। देखते ही देखते गोरखपुर डिपो के रेलवे बस स्टेशन पर बाहर से आने वाले लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। इसकी जानकारी जब डीएम को ही तो उन्होंने बस स्टेशन पर फंसे यात्रियों के लिए पहले तो खाने-पीने का इंतजाम कराया उसके बाद आरएम एवं एआरएम को फंसे हुए लोगों को बसों के माध्यम से उनके गंतव्यों तक भेजने का निर्देश दिया। जिसके बाद ड्राइवर और कंडेक्टर को बुलाया गया फिर दोपहर बाद रेलवे बस स्टेशन से बसों संचालन का सिलसिला शुरू हुआ। इन बसों ने लोगों को महाराजंगज, देवरिया, कुशीनगर आदि जिलों में भेजा गया।

लॉकडाउन के बीच बस स्टेशन पर फंसे हुए यात्रियों की दिक्कत को देखते हुए डीएम के निर्देश पर बसों को चलाने का निर्णय लिया गया। बसों के माध्यम से लोगों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाया गया।

केके तिवारी, एआरएम

बाहर फंसे लोगों को लाएगी 55 लग्जरी बसें

दिल्ली से लगातार 5 दिनों से विभिन्न राज्यों में पलायन कर रहे गरीब परिवारों के लिए आज से आल इंडिया लग्जरी बस यूनियन के सदस्यों ने करीब 55 बसे मुफ्त सेवा के तहत चलाने का निर्णय लिया है, आल इंडिया लग्जरी बस यूनियन के अध्यक्ष श्याम लाल ने बताया कि अगर कोई यात्री इसमे अपनी मर्जी से किराया देना चाहता है, तो उससे किसी भी तरह की रोक टोक नहीं है।

मिली है विशेष अनुमति

इन सभी बसो को राज्य सरकार की विशेष अनुमति से ही चलाया जा रहा है। ये बसे दिल्ली से अलग अलग शहरों में चलाई जा रही है, जैसे लखनऊ, बस्ती, वाराणसी, गोंडा, आगरा, मथुरा, गोरखपुर, आजमगढ़, और राजस्थान, जैसे राज्य में भी अगर वहां की सरकार अनुमति दे तो वहां पर भी हम अपनी बसे इसी तरह गरीब यात्रियों के लिए चलाने के लिए तैयार है। करीब 5 दिनों से दिल्ली में पैदल चल कर आ रहे ये यात्री बसो के लिए अपने घर तक जाने के लिए नोएडा तथा अलग अलग जगोह पर बेसहारा होकर भूखे प्यासे मजबूरी में सड़कों पर रात दिन खड़े है, इन सभी यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जा है, बस में सेनिटाइजर,तथा पानी की मुफ्त व्यवस्था भी करी गई है जिससे कि कोरोना जैसी महामारी किसी भी यात्री को न हो सकें।