- सीबीएसई ने प्रैक्टिकल एग्जाम के निरीक्षण के लिए उठाए सख्त कदम

LUCKNOW: सीबीएसई ने इस बार बोर्ड एग्जाम संग प्रैक्टिकल एग्जाम के निरीक्षण के लिए सख्त कदम उठाए हैं। मॉनीटरिंग को बढ़ाने के लिए जियो टैग का इस्तेमाल अब किया जाएगा। स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन केंद्रों पर प्रैक्टिकल होंगे, वहां परीक्षक के पहुंचते ही जियो टैग के साथ फोटो बोर्ड को भेजनी होगी। इससे स्पष्ट होगा कि सेंटर की सही लोकेशन क्या है।

तीन बार भेजनी होगी फोटो

सीबीएसई के निर्देश के अनुसार एग्जाम के दौरान तीन बार बोर्ड के पास स्कूल की लैब की फोटो भेजनी होगी। इसमें छात्रों, परीक्षकों और निरीक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है। साथ ही परीक्षा समाप्त होते ही प्रैक्टिकल के अंक बोर्ड को भेजने होंगे। प्रैक्टिकल की प्रक्रिया एक दिन में पूरी करनी होगी। प्रैक्टिकल में 25-25 के बैच के छात्रों के साथ परीक्षक, स्कूल के शिक्षक व पर्यवेक्षक की एक साथ ही तस्वीर सीबीएसई के ईप्रैक एप्लीकेशन पर अपलोड करनी है।

प्रश्नपत्र के बंडल की टैगिंग

अब एग्जाम के दौरान स्टूडेंट्स के सामने ही प्रश्नपत्र के बंडल खोले जाएंगे। इसकी जानकारी सभी एग्जाम केंद्रों को दे दी गई है। बोर्ड की मानें तो प्रश्नपत्र लेने केंद्र अधीक्षक खुद जाएंगे। प्रश्नपत्र केंद्र तक पहुंचने और स्टूडेंट्स के सामने खोलने के दौरान उसकी मोबाइल से ट्रैकिंग होगी। केंद्र अधीक्षक के मोबाइल से प्रश्नपत्र कहां तक पहुंचा, इसकी ट्रैगिंग सीबीएसई करेगी।

कोट

सीबीएसई ने इस साल प्रयोगात्मक में जियो टैगिंग शुरू की है। प्रैक्टिकल एग्जाम में एक परीक्षक, एक संबंधित स्कूल के टीचर और एक बोर्ड का पर्यवेक्षक होगा। यह व्यवस्था इसीलिए की गई है जिससे छात्रों और परीक्षक का आमना-सामना हुए बिना ही प्रैक्टिकल में होने वाला खेल रोका जा सके।

- डॉ। जावेद आलम खान

सिटी कोऑर्डिनेटर, सीबीएसई बोर्ड