RANCHI: आमिर खान की फिल्म पीके अपने रिलीज से पहले जितनी चर्चा में थी, उतनी रिलीज होने के दो सप्ताह बाद भी है। पूरे देश के साथ रांची में भी फिल्म पर बैन लगाने की मांग की गई है। दरअसल फिल्म के रिलीज होने के बाद इस शनिवार रांची महानगर शिवसेना की ओर से पीके फिल्म के प्रसारण को जल्द रोकने की मांग की गई है।

शिवसेना के इस विरोध का असर फिलहाल सिनेमा घरों में नजर नहीं आ रहा है। रविवार को भी दोपहर बाद हॉल के लगभग सारे शो हाउसफुल रहे। आईलेक्स के राकेश ने बताया कि फिल्म के दो सप्ताह पूरे हो गए, लेकिन फिल्म का रेस्पांस अब भी काफी बढि़या है। माउथ टू माउथ पब्लिसिटी के जरिए भी लोग फिल्म देखने आ रहे हैं। हर दिन पीके के लगभग दस शो हर सिनेमा हॉल में चलाए जा रहे हैं, जिसमें सेकेंड हाफ के शोज के लिए अब भी बुकिंग अच्छी हो रही है।

क्या कहते हैं फैंस

फिल्म पर बैन को लेकर की गई मांग एक पॉलिटिकल स्टंट है। पीके सोसायटी को एक मैसेज दे रही है इसे एक मीडियम की तरह लेना चाहिए। विरोध करना निगेटिव सोच को दर्शाता है।

-अनुज, फिल्म मेकर

पीके फिल्म में धर्म के नाम पर हो रहे गलत कामों और अंधविश्वासों को दर्शाने की कोशिश की गई है, इसमें कुछ गलत नही है। इसे पॉजिटिवली लेना चाहिए।

-सौरभ

फिल्म की डिमांड दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। हर उम्र के लोगों को यह पसंद आई है, ऐसे में फिल्म को अचानक बैन करना गलत है।

दीक्षा

अक्सर किसी न किसी फिल्म को ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन इससे फिल्म की लोकप्रियता और बढ़ती है। सिनेमा घरों में न सही, लोग डीवीडी खरीद कर फिल्म देखेंगे ही।

राहुल