-पॉल्यूशन के चलते बढ़ रहा शहर के लोगों का फेफड़ा, 3 इंच बढ़ गया फेफड़े का साइज

-पौधे बचा सकते हैं प्रदूषण से

शहर का प्रदूषण सेहत के लिए खतरनाक हो गया है। हवा में घुलता जहर सांस के जरिए फेफड़ों तक पहुंचकर उसे खराब कर रहा है। शहर के लोगों के फेफड़े बड़े हो रहे हैं। बीएचयू के चिकित्सकों की मानें तो 20 साल पहले जो फेफड़े की साइज होती थी उसमें तीन सेमी तक बढ़त हो गयी है जो कि एक गंभीर समस्या की ओर इशारा कर रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार हवा में उड़ते प्रदूषण के पीएम 2.5 सूक्ष्म कण सबसे ज्यादा असर बच्चों और प्रेगनेंट वूमेन को अपना शिकार बना रहे हैं। इन बातों ने आपकी चिंता बढ़ा दी होगी लेकिन राहत की बात है कि घरों में लगाए जाने वाले पौधे आपको प्रदूषण से बचा सकते हैं और आपकी सेहत की रक्षा कर सकते हैं।

हर जगह होगी बचाव

एयर पॉल्यूशन की वजह से गैस चैंबर के रूप में तब्दील हो रहे बनारस में कोई सुरक्षित जगह नहीं बची है। आपकी सेहत की रक्षा के लिए सरकारी तंत्र गंभीर नहीं है। ऐसे में आप खुद अवेयर हो जाइए और अपने आसपास ऐसे पौधे लगाइए जो प्रदूषण से लड़ सके। चाहें आप ऑफिस में हों या घर पर इन पौधों की वजह से आप पॉल्यूशन से हर वक्त अपना बचाव कर सकते हैं।

हवा को फिल्टर करने वाले पौधे

जहरीली गैसों को कम करने के लिए कुछ पौधे उपयोगी साबित होते हैं और यह आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं। इन पौधों को एयर फिल्टरिंग प्लांट भी कहा जाता है। खुजली, जलन, लगातार जुकाम, एलर्जी और आंखों में जलन से बचाव में ये पौधे आपकी सहायता करेंगे। इस तरह के पौधों में एलो वेरा, लिली, स्नेक प्लांट (नाग पौधा),मनी प्लांट, अरीका पाम और इंग्लिश आईवी प्लांट से घर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाएंगे।

किस प्लांट से क्या फायदा

एरेका पाम देगा ऑक्सीजन

एरेका पाम एक ऐसा पौधा है जो कार्बन डाई ऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदल देता है। हर व्यक्ति के लिए इस तरह के एक पौधे की जरूरत होती है। इसे हर तीन-चार महीने में बाहर रखने की भी जरूरत पड़ती है। हवा को फिल्टर कर उसे शुद्ध बनाने में ये पौधा सहायक है।

मनी प्लांट कम करता है कार्बन डाई ऑक्साइड

मनी प्लांट एक बेल है। इसकी एक पत्ती का आकार 7 से 10 सेंटीमीटर तक लंबा होता है। यह पौधा अधिकतर घरों में आसानी से मिल जाता है। इसे किसी खाली बोतल में भी उगाया ज सकता है। इस पौधे में वायु में मौज़ूद कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण करने की क्षमता होती है और यह ऑक्सीजन बाहर निकालता है। मनी प्लांट हवा में सीओ2 कम कर हमारे सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन देता है।

स्नेक प्लांट करता है हवा को फिल्टर

इसे नाग पौधा कहा जा सकता है। इस पौधे को बढ़ने के लिए बहुत कम धूप की जरूरत होती है। इसके अलावा पानी की भी जरूरत ज्यादा नहीं होती। हवा को फिल्टर करने वाले इस पौधे को आप आसानी से अपने कमरे या ऑफिस केबिन में एक कोने में उगा सकते हैं।

मदन-इन-लॉ टंग

यह एक ऐसा पौधा है जो किसी भी परिस्थिति में फलता-फूलता है। यह काफ़ी मजबूत होता है। खास बात यह है कि यह रात में ऑक्सीजन तो छोड़ता ही है बल्कि कई अन्य तरह की हानिकारिक गैसौं को भी खत्म करता है। इस पौधे की ऊंचाई कमर की जितनी होनी चाहिए। इसे सूर्य की अप्रत्यक्ष रोशनी में रखें और ज्यादा पानी न दें।

एलो वेरा में औषधीय गुण

एलो वेरा में कई सारे औषधीय गुण होते हैं। इस पौधे को उगने के लिए पानी की जरूरत भी कम होती है। इसके पत्ते काफी मोटे और मजबूत होते हैं। पत्ते के अंदरूनी भाग को काटने पर एक तरह का रस निकलता है। इस रस का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में होता है।

पीस लिली धूल करता है कम

पीस लिली घरों में प्रयोग होने वाला एक आम पौधा है, जो हर तरह की हानिकारक गैसों को खत्म करता है। यह धूल को भी समाप्त करता है और घर की हवा को शुद्ध रखता है।

इंग्लिश आइवरी करता है हवा शुद्ध

कम रोशनी वाली जगहों के लिए यह पौधा सबसे ज्यादा उपुक्त है। वातावरण में मौज़ूद सभी जहरीली गैसों को खत्म कर यह पौधा शुद्ध हवा देने में हमारी मदद करता है।

20 साल पहले तक जो हमने जिन फेफड़ों को देखा था, उसमें आज तीन इंच फेफड़ा बड़ा हो चुका है। इसकी वजह से फेफड़े लटक रहे हैं। आने वाले समय में इसका घातक परिणाम देखा जाएगा।

डॉ। एसके अग्रवाल, पूर्व विभागाध्यक्ष, टीबी व गैस्ट्रो डिपार्टमेंट

वर्तमान में शहर की जो हालत है, इससे दमा, सांस के साथ एलर्जी जैसी समस्या से पीडि़तों की संख्या बढ़ रही है। इससे बचने के लिए लोगों को खुद ही अवेयर होने की जरूरत है।

डॉ। एसके पाठक, स्पेशलिस्ट- ब्रेथ ईजी टीबी, चेस्ट एलर्जी केयर सेंटर

प्रदूषण के कारण लोगों के आखों की समस्या बढ़ रही है। गला चोक होने की वजह से सांस लेने में भी प्रॉब्लम आ रही है। ऐसे में लोगों को मास्क के साथ आंखों में आई ड्राप देने की सलाह दी जा रही है।

डॉ। डीडी दूबे, आई स्पेशलिस्ट

एलो वेरा, लिली, स्नेक प्लांट, मनी प्लांट, अरीका पाम और इंग्लिश आइवी प्लांट से घर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। ऐसे में मौसम में लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की जरुरत है। यह काम सरकारी तंत्र को भी करने की जरुरत है।

एकता शेखर, मुख्य अभियानकर्ता, द क्लाइमेट एजेंडा