- अन्य राज्यों से सिटी में खपाई जा रही प्रतिबंधित पॉलीथिन

- सिटी को प्रतिबंधित पॉलीथिन से मुक्त कराने का कैसे पूरा होगा सपना

GORAKHPUR:

गोरखपुर को पॉलीथिन फ्री बनाने की कवायद जोरों से की गई थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम ने अभियान चलाकर पॉलीथिन कैरी बैग का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी। जिसका असर कुछ दिन तक रहा। लेकिन जैसे ही अभियान थमा, गोरखपुर में पॉलीथिन कैरी बैग धड़ल्ले से बिकने लगे। स्थिति यह है कि गोरखपुर सिटी एरिया में बड़े पैमाने पर पॉलीथिन कैरी बैग का प्रोडक्शन हो रहा है। साथ ही दूसरे राज्यों से बड़े-बड़े ट्रकों में भरकर पॉलीथिन मंगाया जा रहा है। जो पॉलीथिन फ्री गोरखपुर के सपने पर पलीता लगा रहा है।

पॉलीथिन बनाने वाली चल रही फैक्ट्री

गोरखपुर सिटी में बैन के बावजूद प्रतिबंधित पॉलीथिन कैरी बैग का प्रोडक्शन किया जा रहा है। यह जानकारी संबंधित विभाग को भी हैं इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। नगर निगम कार्रवाई के नाम पर मंडियों और गली-मोहल्लों की दुकानों में छापेमारी तो कर रहा है लेकिन जानकारी के बावजूद इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिससे सिटी के दुकानदारों में आक्रोश है। उनकी कहना है कि यदि नगर निगम पॉलीथिन कैरी बैग बनाने वाली फैक्ट्री पर कार्रवाई करें तो बैन को लेकर बड़ी सफलता मिल सकती है। हालांकि कई बड़ी फैक्ट्री पर छापेमारी की कार्रवाई कर उसे बंद किया गया है।

पॉल्युशन से खतरा

अवैध रूप से चल रहे प्लास्टिक कारखानों से गोरखपुर सिटी में पॉल्युशन खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। इन कारखानों में प्लास्टिक के दानों से सामान तैयार किया जाता है। जिससे वायु के साथ ध्वनि प्रदूषण काफी बढ़ा है। स्थानीय लोग प्लास्टिक के दानों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगा चुके हैं। सूत्रों की मानें तो आधा दर्जन से अधिक व्यापारी प्रतिबंधित पॉलीथिन बाहर से मंगा रहे हैं।

उठे सवाल

-जानकारी होने पर अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती

-प्लास्टिक कैरी बैग बनाने वाली कंपनियों के पास कच्चा माल कहा से आ रहा है

-आखिर फैक्ट्रियों को बिजली का कनेक्शन कैसे मिल गया

-स्थानीय लोग शिकायत पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही

-पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड क्या कर रहा है

35-टन छापेमारी में अभी तक प्लास्टिक बैग जब्त

-600 मीट्रिक टन, डेली कूड़ा पड़ाव से निकलता है कूड़ा

-05 मीट्रिक टन, डेली निकलता प्लास्टिक

-175 मीट्रिक टन, दो अक्टूबर से अब तक निकला प्लास्टिक वेस्ट

-10 लाख रुपए नगर निगम ने दुकानदारों से वसूला जुर्माना

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने फैक्ट्रियों को किया सील

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी गीडा एरिया में प्रतिबंधित पॉलीथिन बनाने वाली फैक्ट्रियां चल रही है। बुधवार को डीएम के.विजयेंद्र पांडियन के निर्देश के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसडीएम प्रथमेश कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सरनीत कौर ब्रोका के नेतृत्व में गीडा एरिया में फैक्ट्रियों में बन रहे प्रतिबंधित लाखों कुंतल प्लास्टिक पॉलीथिन जब्त करते हुए छह फैक्ट्रियों को सील कर दिया है।