- मुलाकात के लिए जाने वाले लोगों ने बंदियों से मिलकर की थी प्लानिंग

Meerut: चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में अभी तक गैंगवार में मर्डर की स्क्रिप्ट लिखी जाती थी, लेकिन अब सलाखों के पीछे फरारी की स्क्रिप्ट भी तैयार होने लगी है। सात बंदियों को फरार कराने की प्लानिंग कहीं और नहीं बल्कि जेल में ही रची गई थी। जिसमें तीन बंदी फरार होने में कामयाब रहे, जिसमें से एक को पकड़ लिया गया। बाकी चार पर पुलिस ने काबू पा लिया और बदमाशों का सामना करके छुड़ाने नहीं दिया गया।

जेल में बनी योजना

जेल के अन्दर बंदियों से मिलने के लिए जाने वाले मुलाकातियों ने बंदियों को पुलिस कस्टडी से छुड़ाकर भगाने की योजना बनाई थी। विश्वनीय सूत्रों की मानें तो जेल के अन्दर सात बंदियों मोनू, अरविंद, हिमांशु, शौकिन, सलमान, शाकिब और कालू सभी की प्लानिंग मुलाकात के समय बन गई थी। यह भी तय हो गया था कि कोर्ट में पेशी के बाद लौटते वक्त सीताराम हॉस्टल से आगे विक्टोरिया पार्क के पास स्पो‌र्ट्स कालोनी के सामने पुलिस कस्टडी पर हमला करके छुड़ाया जाएगा। इस मकसद में मोनू और अरविंद कामयाब रहे, जबकि हिमांशु पकड़ा गया। बाकी सभी पांच आरोपियों से पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस पता लगा रही है कि कौन-कौन लोग है, जो इस प्लानिंग में शामिल हैं, जिससे उन पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके।

खंगाला जाएगा रजिस्टर

जेल में इन सात बंदियों से पिछले एक महीने में किन-किन लोगों ने मुलाकात की। मुलाकात करने वाले कौन थे, सबका रिकॉर्ड चैक किया जाएगा। इसके लिए जेल सुप्रीटेंडेंट की मदद भी ली जाएगी। जिसके बाद पुलिस अपनी आगे की भी जांच पड़ताल करेगी।

इन्होंने कहा

हां मेरे संज्ञान में पूरा मामला आया है। पूरे प्रकरण में जो भी प्रशासन हमसे जेल के अन्दर हुई फरारी बंदियों की मुलाकात की जानकारी मांगेगा तो हम उनको उपलब्ध करा देंगे। अभी तक हमसे संपर्क नहीं किया गया है।

एसएचएम रिजवी

सुपरिटेंडेंट, जिला कारागार

किन-किन बदमाशों ने बंदियों को छुड़ाया है। इसके बारे में पूरी जांच पड़ताल की जा रही है। जेल में मुलाकात करने वाले लोगों का रजिस्टर भी खंगाला जाएगा।

-ओमप्रकाश

एसपी सिटी