नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ट्वीट में लिखा कि आज का दिन हजरत इमाम हुसैन के बलिदान को याद करने का दिन है। उन्हें सच्चाई के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और अन्याय के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए याद किया जाता है। हजरत इमाम हुसैन समानता और भाईचारे को भी बहुत महत्व दिया था।


क्यों मनाया जाता है मुहर्रम
मुहर्रम हजरत अली के बेटे और पैगंबर मुहम्मद के पोते हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है। आज से 14 सदियों पहले हुई कर्बला की लड़ाई में इमाम हुसैन की शहीद हो गए थे, मुहर्रम उनकी शहादत पर दुख प्रकट करने का एक तरीका है। इस दिन इमाम हुसैन इब्न अली और उनके अनुयायी 61 हिजरी या 680 सीई में कर्बला, वर्तमान इराक में शहीद हुए थे। मुहर्रम का दसवां दिन आशूरा का दिन है, जो शिया मुसलमानों के लिए मुहर्रम के शोक का हिस्सा है। वहीं सुन्नी मुसलमान इस दिन उपवास रखते हैं।

National News inextlive from India News Desk