अर्थमेटिक पर भारी पड़ी कैमेस्ट्री: मोदी

बनारस से दूसरी बार सांसद चुने जाने के बाद मोदी ने काशी की जनता को दिया धन्यवाद

कार्यकर्ताओं से अगले पांच साल मिलकर साथ काम करने का लिया वचन

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VARANASI: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस बार के जनादेश ने राजनीति के पंडितों का अर्थमेटिक फेल कर दिया है. उन्हें यह मनना होगा कि अर्थमेटिक के आगे एक कैमेस्ट्री होती है. गुणा भाग के हिसाब के परे भी एक कैमेस्ट्री होती है. इस बार गणित को कैमेस्ट्री ने पराजित किया है, निरस्त किया है. प्रधानमंत्री मोदी बनारस का दोबारा सांसद चुने जाने के बाद पहली बार बनारस में कार्यकर्ताओं से मुखातिब थे. लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर में हुए अभिनंदन समारोह में उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अधिकार के लिए हम चलते ही रहते हैं लेकिन अब अगले पांच साल कर्तव्य के पथ पर चलने का समय है. हमें यह सोच विकसित करने की जरूरत है कि जो सरकारी है वो आपका है. ये देश मेरा है, देशवासी मेरे हैं, इसी सोच के साथ हम सभी को आगे बढ़ना होगा. बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद कार्यकर्ताओं से संवाद में पीएम ने काशी की जनता का उन पर फिर से भरोसा दिखाने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मैं काशी की धरती से पूरे यूपी का अभिनंदन करता हूं. वर्ष 2014, 17, 19 में यहां हैट्रिक लगी. ये कोई चमत्कार नहीं है. भारत की राजनीति का विराट रूप यूपी ने दिखाया है.

सरकार नीति बनाती है और संगठन रणनीति
तकरीबन 50 मिनट के अपने भाषण में पीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सरकार नीति बनाती है और संगठन रणनीति बनाता है. इन दोनों के बीच तालमेल ही बेहतर सरकार का प्रतिबिंब होता है. हमने इसी सिद्धांत पर कार्य किया है. सरकार कार्य करती है और जब उससे कार्यकर्ता जुड़ जाता है तो तब करिश्मा होता है. आपने वह करिश्मा कर दिखाया है. इसलिए कहा गया है कि वर्क एण्ड वर्कर क्रियेट्स वंडर. उन्होंने कहा कि पारदर्शिता और परिश्रम की बदौलत हमने पिछले पांच साल सरकार चलाई है. जबकि पिछले 70 सालों से हमारे खिलाफ तर्क कुतर्क के जरिये एक परसेप्शन तैयार किया गया था. हमने उस परसेप्शन को तोड़ा है.

राजनीतिक छुआछूत दूर होगा
पीएम ने कहा कि हम दो संकट से गुजर रहे हैं. एक राजनीतिक हिंसा और दूसरा राजनीतिक छुआछूत. केरल, कश्मीर, बंगाल में हमारे लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. छुआछूत की प्रथा को खत्म करने को महात्मा गांधी, अंबेडकर ने प्रयास किया, लेकिन अब राजनीतिक छुआछूत शुरू हो गई है. भाजपा को लेकर गलत बातों का प्रचार किया जा रहा है. ऐसा करने वालों से मेरा कहना है कि अब बहुत हो चुका. अब हमें मिलकर नए सिरे से सोचना शुरू करना है. कमियां हममें भी होंगी लेकिन हमारे इरादे नेक हैं. पीएम ने कहा कि लोकतंत्र को वोटबैंक की राजनीति ने कुचल दिया है. अब वोटबैंक की राजनीति से ऊपर उठने का समय आ गया है. जब हमने सत्ता संभाली तो 11 नंबर पर अर्थव्यवस्था थी लेकिन आज हम छह नंबर पर आ गए हैं. पांच नंबर के लिए दस्तक दे रहे हैं और तीन नंबर के लिए प्रयासरत हैं. पीएम के साथ मंच पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेय मौजूद थे.

पीएम की खास बातें

- भारतीय जनता पार्टी की रग-रग में लोकतंत्र बसा है

- विपक्ष की आवाज का लोकतंत्र में खासा महत्व है और हम इस महत्व को समझते हैं

- हम विरासत और आधुनिक विजन को साथ लेकर देश को विकास की राह पर ले जाने के लिए संकल्पित हैं.

- सरकार और संगठन के बीच तालमेल ही हमारी बहुत बड़ी ताकत है

- बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने चुनाव की चुनौतियों को डिस्टिक्शन मा‌र्क्स के साथ पास किया है

- बनारस से नामांकन तो नरेन्द्र मोदी ने किया था लेकिन चुनाव हर घर के नरेन्द्र मोदी ने लड़ा. आप सही ही नरेन्द्र मोदी बन गये

- चुनाव को जय पराजय के तराजू पर नहीं तौला

आपका आदेश था इसलिए नहीं आया
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव में कई दिन मैंने बनारस में बिताने की सोची थी. लेकिन आपने मुझे मना किया था कि हम लोग यहां का देख लेंगे आप देश को देखिये. बस आपकी आज्ञा मान कर मैं यहां नहीं आया. मैंने सोचा कि आपका आदेश तो ये बाबा नहीं दूसरे बाबा सही. मैं बाबा केदारनाथ के चरणों में शीश नवाने चला गया.

सिखाया स्वच्छता का पाठ
द्यपीएम मोदी ने बनारस के लोगों की चुटकी लेते हुए स्वच्छता का पाठ पढ़ाया. कहा कि एक तरफ हम भारत माता की जय बोलते हैं और दूसरी तरफ बनारसी पान जमाकर थूक देते हैं. यह कैसा जय जयकार है. उन्होंने कहा कि हमें अधिकारों के साथ कर्तव्य के प्रति भी सचेत रहना है.

बिरहा सम्राट को दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने भाषण समाप्त करने से पहले हाल में ही दिवंगत बिरहा सम्राट पद्म श्री हीरालाल यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि हमने उनके घर वालों से बात की थी. उनका निधन हमारे लिए एक बड़ी क्षति है.

अंग्रेजी के शब्दों का प्रयोग
पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में अंग्रेजी के शब्दों का खूब प्रयोग किया. जो आमतौर पर देखने में नहीं आता है. पीएम ने वर्क, वर्कर, वंडर, परसेप्शन, डिस्टिक्शन, हैट्रिक जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया.