नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस महामारी के बीच लगाए गए लॉकडाउन का मकसद सोशल डिस्टेंसिंग है। गांवों में इसे '2 गज की दूरी' के नाम से जागरुक किया जा रहा। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरपंंचों से बात करते हुए इस पहल की काफी तारीफ की। पंचायती राज दिवस के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के सरपंचों के साथ बातचीत करते हुए कहा, 'आपने जो 2 गज की दूरी का मंत्र दिया है, इस प्रयास की सब तारीफ कर रहे।'

एक व्यक्ति की लापरवाही से पूरा गांव खतरे में

प्रधान मंत्री ने कहा, 'एक व्यक्ति द्वारा लापरवाही पूरे गांव को खतरे में डाल सकती है। गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। चाहे वह गांवों का स्वच्छताकरण हो या क्वारंटाइन सेंटर का निर्माण, हमें यह सब करना जारी रखना होगा।' इस बीमारी में केवल शारीरिक दूरी बनाए रखने और आवश्यक सावधानी बरतने पर जोर दिया जा सकता है, पीएम ने कहा, "हर गांव, हर घर, हम सभी को 2-गज की दूरी मंत्र का पालन करना होगा। हमें मास्क पहनना होगा।" जरूरी नहीं कि वह महंगा हो, हम अपने मुंह को ढकने के लिए पारंपरिक गमछा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।' खुद मोदी ने सरपंचों के साथ बातचीत के दौरान अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए पारंपरिक 'गमछा' का इस्तेमाल किया।

मोदी ने ई-ग्राम स्वराज पोर्टल का उद्घाटन किया

पीएम मोदी ने इस मौके पर ई-ग्राम स्वराज पोर्टल का भी उद्घाटन किया और इस अवसर पर स्वामीत्व योजना का शुभारंभ किया।प्रधान मंत्री ने ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर विस्तार से कहा कि यह ग्राम पंचायतों के पूर्ण डिजिटलीकरण की दिशा में एक कदम है और भविष्य में, यह एकल मंच बन जाएगा, जो ग्राम पंचायतों द्वारा उठाए गए सभी कार्यों का रिकॉर्ड रखेगा। वहीं 'स्वामीत्व योजना' में ड्रोन के जरिए सर्वेक्षण किया जाएगा और ग्रामीण क्षेत्रों में बसे हुए भूमि के सीमांकन को सुनिश्चित किया जा सकेगा।

National News inextlive from India News Desk