नई दिल्ली (एएनआई)। वर्ल्ड लायन डे यानी कि विश्व शेर दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ट्वीट किया कि शेर राजसी और साहसी है। भारत को एशियाई शेर का घर होने पर गर्व है। विश्व शेर दिवस पर मैं उन सभी को बधाई देता हूं जो शेर संरक्षण के बारे में भावुक हैं। यह जानकार आपको खुशी होगी कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में शेरों की आबादी में लगातार वृद्धि देखी गई है। विश्व शेर दिवस हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य उनकी घटती आबादी और संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) की रेड लिस्ट के अनुसार शेर कमजोर प्रजातियां हैं।


शेरों की संख्या 523 से 674 हो गई
पिछले साल जून में, भारत ने एशियाई शेरों की आबादी में 28.87 प्रतिशत की हाई स्पाइक रेट देखा जो 2015 में किए गए पिछले जनसंख्या अनुमान से पांच वर्षों में उनकी संख्या 523 से 674 हो गई। गुजरात के मुख्य वन्यजीव वार्डन ने एक प्रेस नोट में सूचित किया था, अंतिम जनसंख्या आकलन 2015 में आयोजित किया गया था, जिसमें शेरों की संख्या 523 थी, जो 2010 के अनुमान से 27 प्रतिशत अधिक थी। वहीं पिछले साल जून में आई जनसंख्या आकलन रिपोर्ट के अनुसार शेरों की संख्या 674 हो गई है। प्रेस नोट में कहा गया है कि एशियाई शेर परिदृश्य में कई रणनीतियों को लागू किया गया है जिन्होंने वर्तमान संरक्षण सफलता में योगदान दिया है।

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