नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले की बरसी पर पीड़ितों, सुरक्षाकर्मियों को याद किया। संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, "जब हम आज 'संविधान दिवस' मना रहे हैं, तो हमें उन बहादुर जवानों को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों का मुकाबला किया और अपना जीवन खो दिया। उन्होंने आगे कहा कि देश के वीर जवानों ने आतंकियों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। ऐसे में आज मैं उन बलिदानों को भी नमन करता हूं। आज मुंबई आतंकी हमले की 13वीं बरसी है, जिसमें सुरक्षा बल के 20 जवानों और 26 विदेशी नागरिकों समेत कम से कम 174 लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे
आतंकी हमले को 10 बंदूकधारियों ने अंजाम दिया था, जिनके बारे में माना जाता था कि वे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। स्वचालित हथियारों और हथगोले से लैस, आतंकवादियों ने छत्रपति शिवाजी रेलवे स्टेशन, लोकप्रिय लियोपोल्ड कैफे, दो अस्पतालों और एक थिएटर सहित मुंबई के दक्षिणी हिस्से में कई जगहों पर नागरिकों को निशाना बनाया। 26 नवंबर को अधिकांश हमले रात करीब 9.30 बजे शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर समाप्त हो गए लेकिन तीन स्थानों नरीमन हाउस, जहां एक यहूदी आउटरीच केंद्र स्थित था, और लक्जरी होटल ओबेरॉय ट्राइडेंट और ताज महल पैलेस और टॉव रपर आतंक फैलाना जारी रहा।

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