बिचौलिये बीच में पैसा खाते हैं, वहां यह कैसे चलेगा

नई दिल्ली (पीटीआई)।पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार ने नमो एप के जरिये डिजिटल इंडिया के लाभार्थियों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने  'डिजिटल इंडिया'  की खासियत बताई। पीएम मोदी ने कि यह 'डिजिटल इंडिया' आज दलालों और बिचौलियों के खिलाफ लड़ाई है। इससे कालेधन और कालाबाजारी की रोकथाम में मदद मिलेगी। छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। किसी को दिखे या न दिखे, पर देश बदल रहा है।पीएम के मुताबिक जब डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को लोगों की काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। उन्होंने कहा था कि जिस देश में गांवों में ऐसी सुविधा नहीं है, लोग तकिये के नीचे पैसा रखते हैं, बिचौलिये बीच में पैसा खाते हैं, वहां यह कैसे चलेगा।हालांकि इसकी अब काफी हद तक लोग सराहना करने लगे हैं।

कम्प्यूटर कोर्स की जानकारी देने का प्रावधान

आज जब गांव, गरीब, किसान इस माध्यम का उपयोग कर रहे हैं तब कुछ लोग नई-नई अफवाहें फैला रहे हैं। कह रहे हैं कि इसमें सुरक्षा नहीं है। इस साजिश के पीछे वे लोग हैं जिनकी दुकानें बंद हो गई हैं। बिचौलियों के कमीशन बंद हो गए हैं। ऐसे में वे लोग नई-नई अफवाहें फैला रहे हैं। प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह गांव के सशक्तिकरण और साक्षरता का बड़ा माध्यम बनकर उभरा है। अब कोई कितनी भी गाली क्यों न दें, लेकिन हमें देश को आगे ले जाना है।मोदी ने कहा कि इस पहल के तहत प्रधानमंत्री ग्राम डिजिटल साक्षरता अभियान की भी शुरुआत की गई थी।इसके तहत 20 घंटे के बुनियादी कम्प्यूटर कोर्स की जानकारी देने का प्रावधान किया गया है। अब तक सवा करोड़ लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है जिसमें 70 प्रतिशत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदाय से हैं।

कई सेवाओं को आम लोगों के घरों तक पहुंचाया

प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल सेवाओं की पहुंच के लिए एक्सेस प्वाइंट की तरह काम करने वाले तीन लाख सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) के नेटवर्क ने रोजगार एवं उद्यमिता के अवसरों को बढ़ावा देकर नागरिकों को सशक्त किया है। प्रौद्योगिकी ने रेल टिकट बुक करने तथा ऑनलाइन बिलों का  भुगतान करने में मदद की है जिससे काफी सहूलियत हुई है। डिजिटल इंडिया को देश के गांवों एवं युवाओं को जोड़ने के लक्ष्य के साथ शुरू किया गया था। यह मुहिम गांव स्तर पर उद्यमियों का समूह तैयार करने की है। पिछले चार सालों में इसने कई सेवाओं को आम लोगों के घरों तक पहुंचाया है। पीएम मोदी ने लाभार्थियों से कहा कि वे कारोबारियों और दुकानदारों पर भीम एप इंस्टॉल करने का दबाव बनाएं ताकि सेवाओं एवं सामानों के लिए डिजिटल तरीके से भुगतान किया जा सके।  ' मैं 20 जून को 9.30 बजे किसानों से चर्चा करूंगा

पीएम ने डेबिट और क्रेडिट कार्ड के भारतीय संस्करण 'रुपे' के इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा कि जब इसी तरह के अन्य कार्डो का उपयोग किया जाता है तो प्रोसेसिंग फीस विदेशी कंपनियों के खाते में जाती है। लेकिन अगर आप 'रुपे कार्ड' के उपयोग की आदत डालेंगे तो यह देशसेवा का माध्यम बनेगा। सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संवाद करने की पहल को आगे बढ़ाते हुए पीएम अब किसानों से उनसे जुड़े विषयों एवं कृषि क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने देश के तीन लाख सामान्य सेवा केंद्रों से इस संवाद का प्लेटफार्म बनने का अनुरोध किया। मोदी ने कहा, ' मैं 20 जून को 9.30 बजे किसानों से चर्चा करूंगा। इस दिन आप अपने सीएससी से इसकी मेजबानी करेंगे क्या? आपका केंद्र इतना शक्तिशाली बन गया है कि देश के प्रधानमंत्री इसके जरिये गांव के लोगों से सीधे संवाद कर सकते हैं।

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