नई दिल्ली / वाराणसी (एएनआई / ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश में वाराणसी समेत कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बाढ़ से संबंधित स्थिति के बारे में वाराणसी प्रशासन के साथ विस्तृत बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। प्रयागराज में सोमवार को गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद प्रशासन ने इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर बाढ़ प्रभावित परिवारों को निकालने का काम शुरू कर दिया है।
खतरे के निशान से 64 सेंटीमीटर ऊपर है गंगा का जलस्तर
मंगलवार रात 8 बजे गंगा का जलस्तर 71.90 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 64 सेंटीमीटर ऊपर है। गंगा में जल का स्तर औसतन दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। बाढ़ के कारण कई कालोनियों में पानी घुस गया है। कुछ मुहल्लों में एक मंजिल तक पानी भर गया है। ऐसे में परेशान लोगों ने या तो पलायन कर लिया है या ऊपरी मंजिल पर आसरा लिया है। गलियों में अब नावें ही सहारा बनी हुई हैं। एनडीआरएफ के साथ ही पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद है। जिले में बाढ़ राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। भारतीय वायु सेना (IAF) ने यूपी के जालौन जिले में बाढ़ राहत कार्यों के लिए तीन हेलीकॉप्टर तैनात किए थे।

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