नई दिल्ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार उत्तर प्रदेश को एक बड़ी साैगात दी है। उन्होंने गौतम बुद्ध नगर, जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनआईए) की आधारशिला रखी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत एक से बढ़कर एक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के जरिए बेहतर मॉडल बनेगा। यह उत्तर भारत का लॉजिस्टिक गेटवे बनेगा। यह पूरे क्षेत्र को नेशनल गतिशक्ति मास्टर प्लान का प्रतिबिंब बनाएगा। हवाई अड्डे के पहले चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जा रहा है। हवाई अड्डा 1300 हेक्टेयर से अधिक भूमि में फैला हुआ है, हवाई अड्डे के पहले चरण के पूरा होने की क्षमता एक वर्ष में लगभग 1.2 करोड़ यात्रियों की सेवा करने की होगी और इस पर काम 2024 तक पूरा होने का लक्ष्य है।


पीएम मोदी ने कल इस संबंध में किया था ये ट्वीट
प्रधानमंत्री ने इस संबंध में बुधवार को ट्वीट किया था कि कल 25 नवंबर भारत और उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे के निर्माण में एक प्रमुख दिन है। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखी जाएगी। इस परियोजना से वाणिज्य, कनेक्टिविटी और पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, उत्तर प्रदेश भारत का एकमात्र राज्य बन जाएगा जिसके पास पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे। हवाई अड्डे का विकास कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने और भविष्य के लिए तैयार विमानन क्षेत्र बनाने की दिशा में प्रधान मंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।


दिल्ली एनसीआर में दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट
यह एयरपोर्ट दिल्ली एनसीआर में बनने वाला दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा। यह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ कम करने में मदद करेगा। पीएमओ के अनुसार, हवाई अड्डा रणनीतिक रूप से स्थित है और दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों सहित शहरों के लोगों की सेवा करेगा। हवाई अड्डा उत्तर भारत का लॉजिस्टिक गेटवे होगा। अपने पैमाने और क्षमता के चलते यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के लिए गेम चेंजर साबित होगा। यह उत्तर प्रदेश की क्षमता को दुनिया के सामने लाएगा और एक नई पहनचा देगा।

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