RANCHI : वैसे तो हरियाणा और झारखंड का कोई सीधा नाता नहीं है, फिर भी इस खबर की शुरुआत हरियाणा की एक घटना से करते हैं। हरियाणा में एक जगह है कैथल। क्9 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट की आधारशिला रखने पहुंचे थे। इसके बाद वहां एक पब्लिक मीटिंग भी हुई। यह एक सरकारी कार्यक्रम था। लिहाजा, शिष्टाचार के तहद हरियाणा के सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मंच पर मौजूद थे। इस दौरान अपने संबोधन में पीएम ने हरियाणा सरकार की नाकामियों की चर्चा की। फिर, वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने हुड्डा की हूटिंग शुरू कर दी और मोदी-मोदी के नारे लगने लगे। इससे क्षुब्ध हरियाणा के सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सार्वजनिक बयान में कहा कि अब वह प्रधानमंत्री के साथ कोई मंच शेयर नहीं करेंगे।

कल रांची में है कार्यक्रम

कैथल में हुई इस जनसभा के दो दिन बाद ख्क् अगस्त को नरेंद्र मोदी रांची आ रहे हैं। इस दौरान वह कई सरकारी योजनाओं का शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगे। हालांकि, यह कार्यक्रम भी सरकारी है लेकिन इसकी सफलता के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता अभूतपूर्व तरीके से सक्रिय हैं। पूरे रांची को भाजपा के झंडों से पाट दिया गया है और पार्टी की प्रचार गाडि़यां लोगों से इस सभा में आने की अपील भी कर रही हैं।

बहरहाल, इस सभा में भी प्रोटोकॉल के तहद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भी मंच पर रहने का कार्यक्रम है। हरियाणा की तरह यहां भी यूपीए के घटक दलों की सरकार है। ऐसे में इस बात की आशंका है कि कैथल की तरह कहीं रांची की रैली में भी बीजेपी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की हूटिंग न कर दें। क्योंकि, हरियाणा के साथ ही झारखंड में भी जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सीएम की पार्टी झामुमो ने भाजपा पर इस कार्यक्रम को पार्टी के कार्यक्रम की तरह हाईजैक करने का आरोप भी लगाया है। आरोप यह कि भाजपा मोदी के रांची दौरे को भुनाना चाहती है। मोदी की आम जनसभा में भाग लेने के लिए भाजपा ने पूरे झारखंड से अपने कार्यकर्ताओ को शामिल होने की अपील की है। इसके लिए प्रदेश के नेताओं को टास्क दिया गया है। लोगों के रहने-खाने का पार्टी द्वारा प्रबंध भी किया जा रहा है।

यह झारखंड है, हरियाणा नहीं: सुप्रियो भट्टाचार्य

झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं को काबू में रखे और यह न भूले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची में एक सरकारी कार्यक्रम में आ रहे हैं। उस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मौजूद रहना और जनसभा में भाषण देना लाजिमी है। ऐसे में अगर यहां पर कैथल दोहराने की गलती भाजपा ने की तो, उसको ऑन द स्पॉट जवाब दिया जाएगा। हम अपने सीएम का किसी भी तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कैथल में नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हरियाण की हूटिंग को दुर्भाग्य करार देते हुए इसकी निंदा भी की। उन्होंने भाजपा नेतृत्व को आगाह करते हुए कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासित रखें और केन्द्र राज्य संबंधों के बारे में बताएं। यह ध्यान रखें कि प्रधानमंत्री का झारखंड आगमन सरकार का कार्यक्रम है। इसे बीजेपी का चुनावी प्रोग्राम न बनाएं।