RANCHI: रिम्स में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराना अब काफी मुश्किल हो गया है। कभी टेंडर के चक्कर में मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है तो कभी इंप्लांट नहीं होने के कारण ऑपरेशन में देरी हो रही है। ऐसी ही एक वृद्ध महिला कार्डियोलॉजी में इलाज के लिए एडमिट हुई। लेकिन आयुष्मान योजना के तहत उसका इलाज नहीं हो पाया। वहीं डॉक्टरों ने उन्हें यहां तक कह डाला कि रिम्स से छुट्टी कराकर दूसरे डॉक्टर से जाकर इलाज करवा लो। इसके बाद परिजनों ने महिला का इलाज डॉ प्रवीण से कराया और कर्ज लेकर उसे पेसमेकर लगाया गया। इसमें कुल 90 हजार रुपए खर्च हो गए। इस मामले की कंप्लेन जनसंवाद में की गई। वहीं जनसंवाद से मामले की जांच करते हुए रिम्स के नोडल आफिसर को कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।

दो फरवरी को हुई थी भर्ती

चतरा की रहने वाली रेशमी देवी को 2 फरवरी को इमरजेंसी में एडमिट कराया गया था। वहां से चार फरवरी को उन्हें कार्डियोलॉजी में रेफर कर दिया गया। इसके बाद डॉ। प्रकाश ने पेसमेकर लगाने की सलाह दी। वहीं जब परिजनों ने आयुष्मान कार्ड होने की बात कही तो उसे टहलाया जाने लगा। डॉक्टर बस उसे तारीख पर तारीख देते रहे। इतना ही नहीं, डॉक्टर ने कहा कि आयुष्मान योजना का सामान जब आएगा तो इलाज करेंगे।