- सहसपुर थाने की हवालात में यूपी के युवक की मौत

- पुलिस ने पोक्सो एक्ट में पकड़ा था युवक को

- कॉलेज गर्ल को ब्लैकमेल करने का आरोपी थ

देहरादून

सहसपुर थाने में सैटरडे सुबह एक 24 वर्षीय युवक अभिनवकी पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक हिरासत में जिस युवक की मौत हुई वह यूपी के बलिया का रहने वाला था। सहसपुर थाना इलाके के एक कॉलेज में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा का आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था। छात्रा से रेप का प्रयास भी कर चुका था और छात्रा का पीछा करते हुए यूपी से देहरादून आ गया था। पुलिस ने उसे फ्राइडे को पकड़ा था। सैटरडे सुबह हवालात में कील पर कंबल फाड़कर फंदा लगाया और उससे लटकर कर खुदकुशी कर ली।

गले नहीं उतर रही पुलिस की कहानी

पुलिस की यह कहानी फिलहाल गले नहीं उतर रही, इसके पीछे वजह है, हवालात में कील क्यों गाड़ी गई, क्या कंबल को फाड़कर उससे फंदा बनाना और कील पर लटक जाना संभव है। साथ ही इस मामले की एफआईआर भी आनन-फानन में दर्ज की गई। हैरान करने वाली बात यह भी है कि यह पूरा मामला उस थाने में हुआ है जहां का थाना इंचार्ज दून पुलिस में टार्चर स्पेशलिस्ट के नाम से चर्चित है। जिसकी कस्टडी में धारा चौकी के एक मौत पहले हो चुकी, मेवात में भी वह एक युवक को गोली मार चुके। एसएसपी ने थाना इंचार्ज और जांच अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया है। नाइट ड्यूटी में तैनात दो हैड कांस्टेबल सस्पेंड कर मामले की जांच एसपी सिटी श्वेता चौबे को सौंपी गई है।

मृतक के परिजन सुबह पहुंचेगे दून: सहसपुर थाने की कस्टडी में मौत का शिकार हुआ युवक 24 वर्षीय अभिनव कुमार निवासी यूपी बलिया के चौबे छपरा गांव का रहने वाला था। पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ एक नाबालिग छात्रा के पिता ने तहरीर दी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि अभिनव ने उनकी बेटी का आपत्तिजनक वीडियो बना लिया है और उससे रेप का प्रयास कर चुका है। वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर वह लड़की को ब्लैकमेल कर रहा है। पुलिस दावा है कि अभिनव को फ्राइडे देर शाम कस्टडी में लिया गया था, उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट में केस दर्ज कर लिया गया था। सुबह उसे लेकर पुलिस सहसपुर सरकारी हॉस्पिटल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसके मृत घोषित कर दिया। डैडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

मंत्री के बेटे के कॉलेज से जुड़ा मामला:

पुलिस के मुताबिक अभिवन के खिलाफ टनकपुर के एक व्यक्ति ने कंप्लेन की थी। टनकपुर की 17 वर्षीय नाबालिक लड़की

केबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बेटे तुषित के शंकरपुर स्थित मेडिकल साइंस कॉलेज में कॉलेज में पढ़ती है। अभिनव उस छात्रा का पीछा करते हुए देहरादून आ गया था और छात्रा को ब्लैकमेल कर रहा था। पुलिस महकमें के सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने अभिनव को तीन दिन से अवैध हिरासत में रखा था, उसे टार्चर किया जा रहा था। पुलिस की पिटाई के बाद उसकी मौत हुई है। पुलिस इसे हिरासत में सूसाइड का केस बता रही है, लेकिन हकीकत का खुलासा पोस्टमार्टम के बाद ही होगा।

मामले की गंभीरता को देख सबसे पहले मृतक के परिजनों को सूचना दी गई। खुद एसएसपी थाने पहुंचे और पूरे इनपुट लिए। हयूमन राइट कमीशन के डायरेक्शंस के मुताबिक डीएम को सूचना दी गई और सीएमओ को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की सूचना सहित प्रकरण की जानकारी मानवाधिकार आयोग को भेजी गई है। पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी कराई जाएगी। और जांच प्रभावित होने के संदेह के चलते थाना इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया। पुलिस ने मृतक की डेडबॉडी पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दी है। मामले की जांच की जा रही है।

इनका कहना:

हिरासत में लिए गये आरोपी को पूछताछ के बाद लॉकअप में रखा गया था। फ्राइडे देर रात लॉकअप में ही आरोपी ने कंबल के किनारा फाड़कर फंदा बनाया और उससे झूल गया।

प्रमेंद्र डोभाल,

एसपी रूरल

दून पुलिस का टार्चर स्पेशलिस्ट है सब इंस्पेक्टर पीड़ी भट्ट:

देहरादून पुलिस में सब इंस्पेक्टर पीडी भट्ट टार्चर स्पेशलिस्ट के नाम से चर्चित हैं। उनके खिलाफ हत्या के तीन मामले अब तक सामने आ चुके हैं। एक व्यक्ति को हिरासत में रखकर फिल्मी स्टाइल में सिगरेट से दागने के मामले में कोर्ट ने हाल ही में कार्रवाई के डायरेक्शन भी दिए हैं। पुलिस की वर्दी की आड़ में दरिंदगी के लिए चर्चित है। आठ वर्ष से अधिक समय से देहरादून में पोस्टेड है। पुलिस रेग्यूलेशंस के मुताबिक एक एसआई एक जिले में आठ वर्ष ही रह सकता है।

वर्ष 2011 : सिगरेट से दागने के आरोप

पीडि़त जमीन के विवाद में राकेश त्यागी पर जमीन के विवाद में समझौते के लिए उसके खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज करा थाने बुलाया और पूछताछ के नाम पर मारपीट की। तब पीडी भट्ट कैंट थाने की प्रेमनगर चौकी में तैनात थे। पीड़ी भट्ट पर आरोप है कि राकेश त्यागी को चौकी बुलाकर सिगरेट से जगह जगह दागा था। इस मामले में कोर्ट ने बर्न इंज्यूरी उचित कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

वर्ष 2012 में भी पुलिस कस्टडी में डेथ:

अजय बरसाती, गौंडा का रहने वाला था। पुलिस ने जेब काटने के आरोप में पकड़ा था, चार दिन तक टार्चर के बाद मौत। सीबीआई जांच हुई है। उसकी वाइफ को आज भी हाईकोर्ट के आदेश से पुलिस सुरक्षा मिली हुई हैं। सीबीआई की एफआर लगाई तो कोर्ट ने री इनवेस्टिगेशन के आदेश दिए थे।

वर्ष 2019 :मेवात में युवक को मार दी गोली:

पिछले दिनों पीडी भट्ट देहरादून में एसओजी प्रभारी रहते हरियाणा में किसी केस के आरोपी को पकड़े गए थे। वहां नूंह में इन्होंने फायरिंग कर दी। गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई। गांव वालों ने दून पुलिस की टीम को बंधक बना लिया। हरियाणा पुलिस ने बमुश्किल रिहा कराया। मामले में इनके खिलाफ केस दर्ज हैं।