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86

लोग की जनवरी से अब तक जिले में हो चुकी है हत्या

147

व्यक्तियों को गोली मारकर बदमाशों ने जान लेने का किया प्रयास

35

बेटियां शिकायत पर ध्यान न दिए जाने से ससुराल में मार दी गई

78

लूट की घटनाएं भी पुलिस के दामन पर लगा रहीं हैं लापरवाही का दाग

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डकैती की कुल घटनाओं को क्रिमिनल्स ने दिया अंजाम

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

PRAYAGRAJ: पुलिस कप्तान के कंधे पर जिले का क्राइम कंट्रोल करने की जिम्मेदारी होती है। लेकिन जिले के साढ़े सात माह के क्राइम की कहानी सस्पेंड कप्तान की नाकामी साफ बयां करती है। जिले के पूर्व एसएसपी अतुल शर्मा के कार्यकाल में जिले की पुलिसिंग पूरी तरह चौपट रही। थानों और थानेदारों पर लगाम न होने से क्रिमिनल्स के जेहन से खौफ निकल चुका था। दिनदहाड़े हत्या और लूट की घटनाएं होती रहीं। विभागीय आंकड़े भी इसकी चीख-चीखकर गवाही देते हैं।

हर मोर्चे पर विफल रही पुलिस

एसएसपी अतुल शर्मा के कार्यकाल के दौरान अपराधियों के हौसले बुलंद थे। कत्ल जैसी कई घटनाओं में थानेदारों ने आरोपितों को गिरफ्तार करने के बजाय कोर्ट में सरेंडर करने तक का मौका खुलकर दिया। आरोपित शहर में घूमते रहे और पुलिस उन्हें खोजने का नाटक करती रही। बदमाशों और दबंगों के अत्याचार इस कदर बढ़े हुए थे कि लोग रात तो दूर दिन में भी चलने से खौफ खा रहे थे।

पहुंची चीख तो गिरी गाज

पुलिस की अपराधियों से गलबहियां का नतीजा यह रहा कि साढ़े सात माह में जिले के 86 लोग मौत के घाट उतार दिए गए। सूबे की सरकार के नाम तक मृतकों के परिजनों की चीख तब पहुंची जब रविवार रात 12 घंटे के अंदर सात लोगों की हत्या कर दी गई। इसमें धूमनगंज चौफटका में हुए ट्रिपल मर्डर की घटना सबसे बड़ी रही। इन साढ़े सात महीनों में बेखौफ बदमाशों ने 147 लोगों की हत्या का प्रयास किया।

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लूट व डकैती भी नहीं रोक पाई पुलिस

सूत्रों से मिले विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में लुटेरों का आतंक भी कम नहीं रहा। साढ़े माह माह में लुटेरों ने लूट की 78 घटनाओं को अंजाम दिया। इनमें से आधे से अधिक का आज तक खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है। सख्त पुलिसिंग का दावा करने वाले एसएसपी डकैती की घटना को भी रोक पाने में पूरी तरह नाकाम रहे थे। जिले में साढ़े सात माह में डकैती की छह घटनाओं को अंजाम दिया गया।

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मुठभेड़ का नाटक भी न आया काम

जिले में बढ़ते अपराध के ग्राफ को लेकर आक्रोशित लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पुलिस ने मुठभेड़ का नाटक शुरू किया। महकमे के रजिस्टर में जनवरी से अब तक 32 मुठभेड़ दर्ज हैं। इसमें 15 बदमाश और नौ पुलिस के जवानों को घायल दर्शाया गया है। शीर्ष अफसरों व शासन को भेजी गई रिपोर्ट में इस मुठभेड में 90 बदमाशों को गिरफ्तार किए जाने का दावा किया गया है। मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाशों से 69 तमंचे व 180 कारतूस एवं 22 बम तथा तीन चाकू की बरामदगी का दावा किया गया है।