यह था मामला
जानी पुलिस ने एरिया में हुए दो कत्ल के आरोपी सोनू पुत्र वीर सिंह को जानी नहर के पुल से गिरफ्तार कर लिया। इसके पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद किए गए। सोनू से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि पिता की मौत के बाद से उसकी मां के गांव के ही एक व्यक्ति से अवैध संबंधों के चलते कुछ लोग फब्तियां कसते थे। इनमें जानीखुर्द का अरुण कुमार शर्मा पुत्र राम कुमार शर्मा, संजय पुत्र रणवीर सिंह, अंकित और कलंजरी का महेश पुत्र ओमवीर फब्तियां शामिल थे। कलंजरी का महेश उसके भाई मोनू के कत्ल में जेल भी गया था, जो इस वक्त जमानत पर बाहर है.

बर्दास्त नहीं हुई मां पर फब्तियां
मां के ऊपर फब्तियों और भाई के कत्ल को लेकर टोंट सुनकर वह हमेशा परेशान रहता था। ऐसे में उसने अपने साथी मनोज के साथ मिलकर इन लोगों के कत्ल की योजना तैयार की। 20 अक्टूबर को सोनू ने संजय का गोली मारकर मर्डर कर दिया था। वहीं 16/17 दिसंबर की रात में सोनू ने अपने साथी मनोज के साथ मिलकर क्रिकेट बैट से अरुण शर्मा का कत्ल कर दिया था। इसके बाद अब सोनू की नजरों में महेश और अंकित खटक रहे थे। इनका कत्ल करने के लिए शनिवार को निकले थे.

बच गई जान
पुलिस के अनुसार सोनू अंकित और महेश के कत्ल की ताक में था। इससे पहले ही सूचना मिलने पर उसको दबोच लिया गया। उसके पास से संजय के मर्डर में प्रयोग किया गया तमंचा और अरुण के कत्ल में प्रयोग किया गया बैट बरामद कर लिया। पुलिस का कहना है कि अगर सोनू पहले ही पकड़ा जाता तो शायद तीन लोगों की जान बच सकती थी। इसके पकड़े जाने के बाद अंकित और महेश की जान तो बच गई। वहीं मामले में अभी सोनू का साथी मनोज फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है.
 
"मां के अवैध संबंधों के चलते कुछ लोग फब्तियां कसते थे। साथ ही उसके भाई का कत्ल भी कर दिया गया था। इससे सोनू परेशान रहता था, जिसने फब्तियां कसने वाले दो लोगों का कत्ल कर दिया और अब दो कत्ल करने जा रहा था। पुलिस ने इससे पहले ही सोनू को पकड़ लिया."
- एमएम बेग, एसपी देहात