-मर्डर में शामिल दो अरेस्ट, रुपए संग तांत्रिक फरार

-अचेत न होने पर तांत्रिकों ने सिर पर किया था हमला

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

संतकबीरनगर मेहदावल, घूरापाली निवासी रामदास का मर्डर तीन लाख 90 हजार रुपए हड़पने के लिए तांत्रिकों ने की थी। रामदास के करीबी की मदद से तांत्रिकों ने उसे रुपए दोगुना करने के जाल में फंसाया। भूमि के नीचे गड़ा कीमती सोना निकालने का झांसा देकर उसे सिसईघाट, राप्ती नदी किनारे ले गए। अनुष्ठान के बहाने दूध, केला और मलाई में जहरीला पदार्थ डालकर रामदास को खिलाया। अचेत न होने पर उसके सिर पर हमला कर जान ले ली। तांत्रिक कालीचरण के सहयोगी पीलीभीत जिले के धर्मवीर और रामदास के परिचित पराग यादव को अरेस्ट कर घटना का पर्दाफाश किया।

केला, दूध और मलाई में मिलाया था जहर

एसपी नार्थ अरविंद पांडेय ने बताया कि पीलीभीत जिले के दरखेड़ा, मधाइया के कालीचरण उर्फ बबलू और उसका साथी धर्मवीर उर्फ लल्ला लोगों को झांसे में रखकर तंत्रमंत्र से रुपए दोगुना करने और भूमि में दफन ज्वेलरी निकालने का झांसा देकर नकदी लूट लेते थे। पूर्व में कैंपियरगंज में एक व्यक्ति के घर आ चुके तांत्रिकों ने उसके रिश्तेदार पराग के जरिए भूमि खरीदने की तैयारी में जुटे रामदास को टारगेट किया। पांच अगस्त की रात रामदास के मोहल्ले के टप्पू, दीनानाथ और पराग के साथ नदी किनारे श्मशानघाट पर पहुंचे। तंत्र साधना से भूमि में दफन सोना निकालने की जानकारी देते हुए तांत्रिक कालीचरन ने रामदास को बीच में बैठा दिया। रामदास के पास मौजूद नकदी निकालकर लाल कपड़े में लपेटकर रख दी। अन्य सभी थोड़ी दूरी पर बैठे जिनको केला, दूध और मलाई मिलाकर खाने को दिया गया।

मुख्य तांत्रिक नकदी लेकर हुआ फरार

तांत्रिक ने बताया कि विधि पूरी होने पर रुपए दोगुने हो जाएगा। जमीन में गड़ा सोना भी मिल जाएगा। जहरीला पदार्थ मिला केला, दूध खाने के बाद सभी अचेत हो गए। रामदास के बेहोश न होने पर तांत्रिक ने सिर पर डंडा मारकर अचेत कर दिया। इसके बाद तांत्रिक नकदी लेकर फरार हो गया। किसी तरह से पराग, टप्पू और दीनानाथ मंगलवार सुबह घर पहुंच गए। रामदास का पता न लगने पर परिजनों ने तलाश शुरू की। पुलिस ने तांत्रिक के सहयोगी और पराग को अरेस्ट किया। पूछताछ में पता लगा कि रामदास की बेटी इंद्रावती ने भूमि खरीदने के लिए ज्वेलरी बेचकर पिता को दो लाख 70 हजार रुपए दिए थे। रामदास के बेटे अखिलेश के ससुर ने भी 70 हजार रुपए की मदद की। जबकि, मोहल्ले के टिप्पू ने रुपए दोगुना होने के लालच में अपने 50 हजार रुपए दिए थे। पराग भूमि की खरीद-फरोख्त का बिचौलिया है। इसलिए उसे पता था कि रामदास के पास नकदी मौजूद है। पराग के बुलाने पर तांत्रिक उसके घर पहुंचे थे। जबकि, दोनों इसके पहले 28 जुलाई को भी आ चुके थे। पुलिस ने दावा किया पूरी नकदी लेकर कालीचरण पीलीभीत चला गया है। उसकी तलाश में टीम लगी है।

वर्जन

रामदास का मर्डर तंत्रमंत्र के चक्कर में हुआ था। मुख्य आरोपित कालीचरण की तलाश की जा रही है। घटना में शामिल उसके सहयोगी धर्मवीर और रामदास के परिचित पराग को अरेस्ट किया गया। उनके पास से पांच हजार रुपए नकदी बरामद हुई।

अरविंद कुमार पांडेय, एसपी नार्थ