- पेटीएम पर ट्रांजेक्शन का ओटीपी पताकर करते थे एकाउंट साफ

- दो दबोचे, अब तक करीब पांच लाख रुपये की कर चुके हैं ठगी

आगरा। सिटी के व्यापारी सावधान हो जाएं। यदि मोबाइल पर कोई ग्राहक पेटीएम पर पेमेंट करने की बात बोले तो कभी उसे ओटीपी न बताएं। ओटीपी बताते ही आपका पेटीएम एकाउंट खाली हो जाएगा। साइबर टीम ने ऐसे ही दो शातिरों को पकड़ा है, जिन्होंने आगरा के व्यापारियों के अलावा दिल्ली के व्यापारियों को लाखों का चूना लगाया है। पुलिस के अनुसार शातिर अब तक करीब पांच लाख रुपये का चूना लगा चुके हैं।

शर्मा जी के नाम से पेटीएम एकाउंट संचालन

साइबर क्राइम ब्रांच टीम ने सदर से दो साइबर शातिरों को पकड़ा है। इनके नाम मनीष पुत्र कुंवर सिंह निवासी देवसेरस थाना गोवर्धन, मथुरा, अनुज पुत्र स्व। शेर सिंह निवासी दर्शन नगर कॉलोनी, नगला किशन लाल, थाना एत्माद्उद्दौला है। इनके तीन साथी राहुल खान, मफीद, शाहिद निवासीगण गोवर्धन, मथुरा फरार हैं। पकड़े गए शातिरों की उम्र 24 से 25 वर्ष है। शातिरों के गैंग ने अपने पेटीएम अकाउंट का नाम शर्मा जी रखा हुआ था। पुलिस के मुताबिक शातिर पहले एक वेबसाइट से व्यापारियों के मोबाइल नम्बर प्राप्त करते थे। इसके बाद व्यापारियों के पास ग्राहक बन कर कॉल करते थे। वह माल की बुकिंग करा कर पेटीएम पर पेमेंट करने की बात बोलते थे। इसके बाद एक ओटीपी व्यापारी के पास जाता था। जिसे साइबर शातिर प्राप्त कर पेटीएम एकाउंट खाली कर देते थे।

इस तरह लगाते थे चूना

सबसे पहले व्यापारी को फोन किया। माल की बुकिंग करा दी। इसके बाद व्यापारी के पास जैसे ही ओटीपी पहुंचा, वैसे ही फिर से कॉल कर कहा कि रुपया पेटीएम में ट्रांसफर नहीं हो रहा है। एक नम्बर आया होगा। उसे डालने पर रुपया ट्रांसफर हो जाएगा। व्यापारी को इसकी जानकारी नहीं होती थी। नम्बर बताते ही उसका पेटीएम अकाउंट खाली हो जाता था।

आगरा के अलावा दिल्ली के व्यापारी निशाने पर

जनवरी में शातिरों ने सदर स्थित बचूमल एण्ड संस रेडीमेड पर कॉल कर कहा कि बेटा शॉपिंग करने आएगा। 20 हजार की शॉपिंग करनी है। पेटीएम का ओटीपी लेकर 27 हजार रुपये पार कर दिए। इसी तरह ताजगंज में होटल मालिक नूर मोहम्मद के पास कॉल कर 3300 का कमरा बुक कराया। पेटीएम से 40 हजार पार कर दिए। बल्केश्वर स्थित गुप्ता साइकिल से 6600 की साइकिल मोबाइल पर बुक की और पेटीएम का ओटीपी जानकर 17 हजार निकाल लिए। दिल्ली के मार्बल व्यापारी को कॉल कर एक लाख के पत्थर बुक कर दिए। उससे कहा कि 50 हजार उसका गाड़ी वाला देगा और 50 हजार वह पेटीएम में डालेगा। उससे कहा कि ट्रांजेक्शन में दिक्कत है। इसके लिए एक नंबर आएगा, वह डालने पर ही रुपया ट्रांसफर होगा। नम्बर बताते ही व्यापारी के पेटीएम से 90 हजार निकल गए।

मथुरा से संचालित होता है गैंग

पुलिस के मुताबिक शातिरों ने कई और व्यापारियों को चूना लगाया है। साइबर सेल के मुताबिक शातिरों का गैंग 14-15 व्यापारियों से करीब पांच लाख की ठगी कर चुका है। गैंग मथुरा से संचालित है। शातिरों को पकड़ने वाली टीम में साइबर क्राइम सेल प्रभारी अमित कुमार, कॉन्स्टेबल विजय तोमर, जितेंद्र, बबलू, इंतजार सिंह, चौकी इंचार्ज सौदागर लाइन सत्येंद्र सिंह सिद्धू, कॉन्स्टेबल प्रशांत कुमार थाना सदर हैं।

झारखंड की तर्ज पर कर रहे थे काम

पुलिस के मुताबिक पकड़े गए शातिरों में मनीष बीएससी व अनुज एमएससी की पढ़ाई कर चुके हैं। मनीष इनमें सरगना है, जो मथुरा में झारखंड जैसा नेटवर्क चला रहे थे। शातिरों को पता था कि झारखंड से आने वाली कॉल एटीएम का कोड जानकर अकाउंट साफ कर देती हैं। इन्होने वैसा ही प्लान बनाया और पेटीएम साफ करना शुरू कर दिया।