आईएमईआई डाल कर चायना को बना रहे ब्रांडेड मोबाइल

ब्रांडेड मोबाइल का आईएमईआई चोरी कर चायना के सेट में डाल बेचे

पुलिस ने मामले में दो युवकों को पकड़ा, एक मोबाइल किया बरामद

आगरा। थाना रकाबगंज पुलिस ने एक ऐसे शातिरों को पकड़ा है जो पुलिस के सर्विलांस सिस्टम को फेल करने की तैयारी कर रहा था। वह ब्रांडेड मोबाइल के आईएमईआई नम्बर को दो मोबाइल में चला देते हैं। शातिरों ने कई मोबाइल में ब्रांडेड मोबाइल की आईएमईआई डाल दी और मोबाइल बेच दिए। पुलिस को इनके पास से एक मोबाइल मिला है। पुलिस अन्य मोबाइल बरामदगी के प्रयास कर रही है।

मैनेजर और दुकानदार हिरासत में

पुलिस के मुताबिक पकड़े गए शातिरों के नाम पकड़े गए शातिरों के नाम साहिल कुरैशी पुत्र जमाल कुरैशी निवासी सिंघी गली, छत्ता व अशोक कुमार गोयल पुत्र लखमी चंद गोयल निवासी खेरिया मोड़, शाहगंज बताए गए हैं। अशोक की शाह मार्केट में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है जबकि साहिल एक ब्रांडेड मोबाइल कंपनी के सर्विस सेंटर पर मैनेजर है।

इस तरह से करते थे काम

अशोक ठीक होने आए ब्रांडेड मोबाइल के महंगे पुर्जे अलग कर बेच देता था। इसके बाद मोबाइल की डमी साहिल को दे देता। साहिल के पास जो मोबाइल ठीक होने आते थे वह उसका आईएमईआई दूसरे फोन में भी डाल कर एक्टिव कर देता था। शातिरों ने कई बार चाइना के मोबाइल सेट में ब्रांडेड कंपनी का आईएमईआई नम्बर डाल कर एक्टिवेट कर दिया।

14 दिन में होता है मोबाइल चेंज

पुलिस के मुताबिक कंपनी की पॉलिसी के तहत किसी भी नए मोबाइल में दिक्कत आने पर 14 दिन में रिप्लेस होता है। इस स्कीम का फायदा मैनेजर उठा रहा था। अशोक अंडर वारंटी मोबाइल के पुर्जे बेच रहा था। पॉलिसी का फायदा उठा कर साहिल पहले ठीक होने आए मोबाइल के आईएमईआई से उसे भी सुचारु कर देता।

तीन गुना लाभ कमा रहे थे

अशोक का पुराने मोबाइल खरीदने और बेचने के अलावा रिपेयरिंग का भी काम है। जो मोबाइल अशोक के पास आ रहे थे वे उसके पाटर््स रेट टू रेट बेच रहा था। इसके बाद साहिल को दे देता। साहिल उस मोबाइल को नया दिखाकर रिप्लेस करवा लेता। इस तरह वह मोबाइल फिर से उसी रेट बिक जाता।

पुलिस के सर्विलांस पर असर

पुलिस के मुताबिक शातिर पुलिस का सर्विलांस सिस्टम फेल करने की तैयारी कर रहे थे। यदि ऐसे में कोई भी वारदात होती और पुलिस आईएमईआई नम्बर से मोबाइल ट्रेस करती तो दो मोबाइल ट्रेस होते इससे कंफ्यूजन की स्थिति बन सकती है। पुलिस के मुताबिक अशोक 10-15 बार चाइना गया था। वह वहां से माल लेकर आता है। चायना के मोबाइल को ये लोग ब्रांडेड मोबाइल का रूप दे देते थे।