-सड़कों पर पैदल व ट्रकों से आने वाले वर्कर्स को रोका गया

-पुलिस अधिकारी भी उतरे सड़कों पर, अब होगा एक्शन

बरेली-औरेया में सड़क हादसे में 24 माइग्रेंट वर्कर्स की मौत के बाद सीएम की सख्ती का असर दिखने लगा है। बरेली में भी पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस की टीमें सड़कों पर उतर गई हैं और पैदल और ट्रकों में छिपकर आ रहे माइग्रेंट वर्कर्स को रोककर उन्हें शेल्टर होम में भेजा गया। उसके बाद उनकी स्क्रीनिंग की गई और फिर रोडवेज बसों के माध्यम से घर भेजा गया। एडीजी, डीआईजी, एसएसपी भी सड़कों पर उतर गए और वाहनों की चेकिंग करायी। थानेदारों को भी अब कुर्सी जाने का डर सताने लगा है।

बार-बार आदेश का नहीं पालन

बता दें कि बरेली में रोजाना हाइवे या फिर शार्टकट रास्तों से माइग्रेंट वर्कर्स पैदल व साइकिल से सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके आ रहे थे। यही नहीं ट्रकों में भी वर्कर्स ठूंसकर भरकर आ रहे थे। रास्ते में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी किसी को भी नहीं रोक रहे थे। यही नहीं कई बार तो पुलिस की ट्रकों में वर्कर्स को बैठाकर भेज रही थी। जिसकी वजह से वर्कर्स की जान खतरे में पड़ी थी। होम मिनिस्ट्री बार-बार पैदल व ट्रकों से आ रहे वर्कर्स को रोकने के आदेश जारी कर रही थी। यही नहीं सीएम भी कई बार निर्देश दे चुके थे लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था और लोग अपनी जिम्मेदारी से बच रहे थे। पुलिस उन्हें शेल्टर होम में ले जाने से बच रही थी और शेल्टर होम में सुविधा उपलब्ध कराने वाले वर्कर्स के आने पर मुंह चिढ़ा रहे थे।

रात में पहुंचे एसएसपी

फ्राइडे को कमिश्नर, डीएम व एसएसपी ने मीरगंज बार्डर पर जाकर चेकिंग की थी और ट्रकों में भरकर आने वालों को रोकने के निर्देश दिए थे लेकिन इसके बावजूद लोग आ रहे थे। हालांकि शाम को पुलिस हरकत में आ गई थी, जिसके बाद करीब 150 लोगों को शेल्टर होम में ले जाने के बाद बस का इंतजाम करके घर भेजा था। उसके बाद रात में एसएसपी शैलेश कुमार पांडे फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा पर अचानक सादा वर्दी में पहुंच गए थे और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को सख्त निर्देश दिए थे।

अलग-अलग बार्ड पर चेकिंग

दिन और रात में पुलिस अधिकारियों के निर्देशों का भी पालन नहीं हुआ और लोगों का पैदल व ट्रकों में आना जारी रहा। इसी दौरान औरेया में बड़ा हादसा हो गया और दो जिलों के बार्डर के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया और डीएम-एसएसपी से रिपोर्ट तलब कर ली गई, जिसके बाद बरेली में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी एक्शन में आ गए। एडीजी जोन अविनाश चंद्र मीरगंज बार्डर पर चेकिंग के लिए पहुंचे और डीआईजी राजेश कुमार पांडे शाहजहांपुर पहुंच गए। इसी तरह से अन्य अधिकारियों ने भी हाइवे पर लगी पिकेट का निरीक्षण किया और किसी भी वर्कर्स के पैदल व ट्रकों में भरकर न जाने के निर्देश दिए।