-बांग्लादेश की किशोरी को लेने मुंबई पुलिस पहुंची बरेली

-एक महिला और एक पुरुष का नाम आया सामने

बरेली- बांग्लादेशी किशोरी को बेचने के बाद सेक्स रैकेट के धंधे में भी डाला गया था। जब किशोरी मना करती थी तो उसके साथ मारपीट की जाती थी। किशोरी ने एनजीओ को पूछताछ में इसका खुलासा किया है। वह डरी सहमी हुई है। एनजीओ के काफी समझाने के बाद उसने खाना खाया है। सैटरडे रात मुंबई पुलिस बरेली पहुंच गई है। मुंबई पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

दिल्ली से भी आती हैं लड़कियां

बांग्लादेश की रहने वाली किशोरी को मुंबई में रेड लाइट एरिया में मां के साथ बेच दिया गया था। इसके बाद मुंबई से किशोरी को दिल्ली में बेच दिया गया। 4 साल में कई जगह रखा गया। 6 महीने से वह सुभाषनगर में अजय और उसकी पत्‍‌नी लक्ष्मी के पास रह रही थी। मुंबई की एनजीओ ने किसी तरह से उसके बारे में पता लगाया तो बरेली पुलिस की मदद से उसे फ्राइडे को बरामद कर लिया गया। पुलिस ने अजय और उसकी पत्‍‌नी से पूछताछ की तो उन्होंने भी लड़की को कभी-कभी सेक्स वर्कर बनाकर भेजने की बात कबूली है। उन दोनों ने एक महिला और एक पुरुष के नाम भी कबूले हैं। यह सेक्स रैकेट के मास्टरमाइंड हैं। युवक दिल्ली से लड़कियों को मंगवाकर सप्लाई करता है। पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

न जाने पर की जाती थी पिटाई

किशोरी ने एनजीओ को पूछताछ में बताया है कि जब वह धंधा करने से मना करती थी तो उसकी पिटाई की जाती थी और जबरदस्ती भेजा जाता था। पुलिस ने जब फ्राइडे को उसका मेडिकल कराया था तो उसके शरीर पर चोट के निशान भी मिले थे। वहीं किशोरी इतना डरी हुई है कि वह खाना भी नहीं खा रही है। सैटरडे को एनजीओ शेल्टर होम में किशोरी से मिलने पहुंची तो उसकी हालत देखी। उसके बाद उसे समझाकर खाना खिलाया।

लड़की ने पूछताछ में गलत काम के लिए भेजने की बात कही है। गिरफ्त में आए दंपत्ति ने दो लोगों के बारे में बताया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

हरीश चंद्र जोशी, एसएचओ सुभाषनगर