क्वारंटाइन सेंटर में पीपीई किट देकर लौट रहा था कांस्टेबल

लौटते समय नंदा की चौकी के पास बाइक के अनकंट्रोल्ड होने से हुआ हादसा

देहरादून,

दून पुलिस के एक जवान की कोरोना योद्धा की जिम्मेदारी निभाने के दौरान रोड़ एक्सीडेंट में मौत हो गई। मंडे देर रात क्वारंटाइन सेंटर में पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए पीपीई किट पहुंचाने के बाद वापसी में नंदा की चौकी के पास प्रेमनगर थाने में तैनात कांस्टेबल संजय कुमार की बाइक का एक्सीडेंट हो गया। हादस कांस्टेबल की मौत हो गई। ट्यूजडे को दिवंगत कांस्टेबल को पुलिस लाइन में शहीद स्मारक में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

क्वारंटाइन व्यक्ति ने किया था हंगामा

मंडे देर रात प्रेमनगर थाने को एसआई शिवराम द्वारा सूचना दी गई कि कासमोई स्टेंजा में क्वारंटाइन किये गये एक व्यक्ति राजू उर्फ राजा द्वारा तोड़-फोड़ करते हुए आगजनी का प्रयास किया जा रहा है। सूचना कोरोना के लिहाज से काफी संवेदनशील थी। उस व्यक्ति को वहां पर पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के लिए रोकना जरूरी था, इस पर प्रेमनगर थाने से कांस्टेबल संजय कुमार को तत्काल पीपीई किट लेकर क्वारंटाइन सेन्टर रवाना किया गया। पीपीई किट पहुंचाने के बाद वापसी में लौटते समय जंगल के रास्ते पर नन्दा की चौकी के पास संजय कुमार की बाइक अनकंट्रोल्ड होकर एक्सीडेंट हो गया। जिसमें कांस्टेबल को गम्भीर चोटें आयीं। घटना की सूचना मिलते ही थाने से पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और कांस्टेबल संजय कुमार को 108 के माध्यम से सिनर्जी अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान ट्यूजडे को कांस्टेबल संजय कुमार की मृत्यू हो गयी।

घर में पत्‍‌नी व 7 साल की बेटी

कांस्टेबल संजय कुमार वर्ष 2006 बैच के आरक्षी थे और मूल रूप से जनपद हरिद्वार के रहने वाले थे। वर्तमान में अपनी पत्नी और 07 वषीय बेटी के साथ पित्थूवाला में रह रहे थे। मंडे को कांस्टेबल संजय कुमार के पाíथव शरीर को पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

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4 माह, 75 एक्सीडेंट, 30 की मृत्यु

लॉकडाउन के चलते सड़कों पर गाडि़यों की आवाजाही कम हो गई है। जिससे रोड एक्सीडेंट के मामले भी कम हो गए हैं। अप्रैल माह तक इस वर्ष 75 एक्सीडेंट हुए हैं जिनमें 30 की मृत्यु और 78 घायल हुए हैं। जो कि प्रत्येक माह 18 के आसपास एवरेज है। इसकी तुलना बीते वर्षों से करें तो वर्ष 2019 में पूरे वर्ष में 328 एक्सीडेंट हुए जिनमें 168 ने जान गंवाई और 288 घायल हुए, जो कि 27 का एवरेज रहा, इसी तरह वर्ष 2018 में 317 एक्सीडेंट हुए, जिनमें 137 की मौत और 254 घायल हुए जो कि 26 का एवरेज था। इस तरह से वर्ष 2020 में रोड एक्सीडेंट के मामले कम हुए है।

वर्ष 2018

घातक एक्सीडेंट- 317

मृतक - 137

गंभीर घायल - 254

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वर्ष 2019

घातक एक्सीडेंट- 328

मृतक - 168

गंभीर घायल - 288

अप्रैल 2020 तक

घातक एक्सीडेंट - 75

मृतक - 30

गंभीर घायल - 78