माफिया को पेशी पर लेकर गए थे

कई आपराधिक मामले में वांछित बिहार के बाहुबली पूर्व विधायक राजन तिवारी को 16 नवंबर को लखनऊ स्थित कोर्ट में पेशी थी। गोरखपुर पुलिस लाइन से पुलिस की अभिरक्षा में ब्रज गाड़ी से लखनऊ ले जाना था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस लाइन में तैनात विशेष श्रेणी के एसआई राम प्रसाद, सिपाही विनोद गुप्ता, प्रसून मिश्रा, पंकज सिंह और ड्राइवर अवधेश यदुवंशी जेल से वज्र गाड़ी में लखनऊ जाने के लिए रवाना हुए, लेकिन नौसढ़ तक पहुंचने के बाद माफिया राजन तिवारी को लग्जरी गाड़ी में शिफ्ट कर दिया गया। लग्जरी गाड़ी के पीछे वज्र गाड़ी भी लखनऊ गई, लेकिन माफिया को लग्जरी गाड़ी से पहुंचाया गया।

बैरक में काट रहे तन्हाई की सजा

इस मामले की जानकारी एसएसपी प्रदीप यादव को मिली। जिसके बाद एसएसपी ने विभागीय जांच की और सब इंस्पेक्टर, सिपाहियों को दोषी पाया। सजा के रुप में उन्हें सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल्स को पुलिस लाइन स्थित बैरक में तन्हाई में रखने का आदेश दे दिया। सजा के दौरान वह बैरक से बाहर तक नहीं निकल सकते है। बैरक में ही रखकर उन्हें दिन और रात काटनी पड़ती है।