रेड के वक्त भागी कई महिलाओं के बारे में नहीं मिला सुराग

मीरगंज की बदनाम गलियों में खाकी का पहरा

ALLAHABAD:

रेड लाइट एरिया मीरगंज से रेड के दौरान भागी महिलाओं के नए ठिकाने के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। आशंका है कि महिलाएं शहर में ही कहीं रुकी हुई हैं और मौका पाकर फिर से रेड लाइट एरिया में वापस आ सकती हैं। ऐसी महिलाओं की धरपकड़ के लिए मीरगंज की बदनाम गलियों में पहरा कड़ा कर दिया गया है। सील मकानों के आसपास मंगलवार को भी पुलिस मंडराती रही।

बयान हो रहा दर्ज

खुल्दाबाद में नारी संरक्षण गृह में रखी गई 76 महिलाओं के मजिस्ट्रेट के सामने बयान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। महिलाओं का बयान दर्ज होने व मेडिकल कराने के बाद उनको आगरा के नारी संरक्षण गृह भेजा जाएगा और पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। महिलाओं के साथ ही उनके 20 से अधिक बच्चे भी हैं। पुलिस ने 33 कोठा संचालिकाओं व उनके गुर्गो को सोमवार को ही जेल भेज दिया था। अब केवल वह महिलाएं ही रह गई हैं जिनसे देह व्यापार करवाया जाता था।

मिले नए कपड़े, कूलर भी लगे

नारी संरक्षण गृह में रखी गई महिलाओं व उनके बच्चों की सुविधा के लिए काफी प्रबंध किए गए हैं। सभी को नए कपड़े दिए गए और खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया है। दिन में कटौती के वक्त जेनरेटर चलता है तो कूलर की भी व्यवस्था कर दी गई है। पानी के लिए आरओ भी लगवा दिया गया है। महिलाओं को आगरा भेजने में अभी तीन से चार दिन का समय और लग सकता है। तब तक उनका ठिकाना खुल्दाबाद का नारी संरक्षण गृह ही रहेगा।

किसी का परिवार नहीं

संरक्षण गृह में रखी गई महिलाओं का कोई परिवार नहीं है। उनसे यह पूछा गया था कि उनका कोई अपना हो जिसके यहां वह जाना चाहती हों तो सभी ने नाम बताने से इंकार कर दिया। किसी ने अपने घर का सही पता नहीं बताया है। पुलिस को आशंका है कि महिलाओं के नाम भी सही नहीं हैं।