-पाटलिपुत्र में चल रहे अवैध कारोबार का पुलिस ने किया पर्दाफाश

PATNA(10Nov)

: पटना में यूथ को नशे के दलदल में धकेलने वाले गिरोह सक्रिय हैं। जिसके सदस्य युवाओं को महज 50 रुपए में नशे का इंजेक्शन उपलब्ध करा रहे हैं। रविवार को पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस को राजीव नगर के मुस्तफा हुसैन ने जब इसकी जानकारी दी तो पुलिस भी सन्न रह गई। तत्काल पुलिस ने ड्रग डिपार्टमेंट के साथ छापेमारी की। वहां से भारी मात्रा में नशे का इंजेक्शन बरामद हुआ है। इसके साथ ही कई कंपनियों की फर्जी दवा भी बरामद हुई है। मौके से पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में ये बताया है कि वो महज 50 रुपए में युवाओं को नशे का इंजेक्शन लगाता था। मामले में पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।

दो साल से चल रहा था अवैध धंधा

ब्रांड प्रोटेक्शन के डायरेक्टर मुस्तफा हुसैन ने रविवार को पुलिस को फोनकर पुलिस को सूचना दी कि इंदिरा नगर में शैलेंद्र कुमार अवैध रूप से नशे का कारोबार करता है। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर इंजेक्शन इंजेक्शन बरामद हुआ। इसके साथ ही नशे का टैबलेट और सीरप भी भारी मात्रा में बरामद हुआ। पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में ये पता चला है कि जो युवा नशे के कारोबार में लिप्त होते हैं वो लोग ही इसके पास आते थे। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो पिछले दो साल से ये अवैध काम कर रहा है।

दिल्ली से मंगाता था इंजेक्शन

आरोपी दिल्ली से इंजेक्शन मंगाता था। पुलिस को ये जानकारी मिली है कि ये लोग इंजेक्शन लगाने के साथ-साथ शहर में भी सस्ते दामों में इंजेक्शन से सप्लाई करता था। आरोपी जहां पर भी सप्लाई करता था उसकी तलाश कर रही है। उन लोगों के ठिकाने पर पुलिस छापेमारी कर रही है। साथियों की गिरफ्तारी के बाद मामले का और खुलासा हो पाएगा।

नशे की गिरफ्त में पटनाइट्स

पटना में इंजेक्शन और स्मैक जैसे खतरनाक नशा का प्रचलन बढ़ा है, जो युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। पटना में चिन्हित किए गए नशे के आदी लोगों में 30 वर्ष से कम आयु के युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। जो कभी यारी दोस्ती या कभी स्टेटस सिंबल, कभी प्रेम में असफलता, कभी पेरैंट्स से कम्युनिकेशन गैप के कारण नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। इससे जहां युवाओं में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां पैदा हो रही हैं वहीं वे अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं। देश का भविष्य माने जाने वाले युवा नशे के अंधकार में डूब रहा है।

शौक में बिगड़ रहे हैं युवा

पटना में युवा पीढ़ी में शौक के कारण नशा की आदत बढ़ रही है। शुरु में शौक में नशा करने के बाद ये शौक धीरे-धीरे लत में बदल जा रहा है। पटना के नशा मुक्ति केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार युवाओं में इंजेक्शन से नशा करने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके अलावा स्मैक, गांजा, टैबलेट और कफ सीरप के जरिए नशा की आदत भी युवाओं में बढ़ी है। इंजेक्शन के नशे के आदी व्यक्ति की पहचान आसानी से नहीं हो पाती है, इसके साथ ही इंजेक्शन के नशे की कीमत कम होने के साथ ही आसानी से मेडिकल स्टोर्स पर मिल जाते हैं। इसलिए युवाओं में इस नशे की आदत बढ़ी है।

इन दवाओं का हो रहा नशे में इस्तेमाल

नशा करने वाले युवा तीनों तबके से संबंध रखते हैं। धनाढ्य, मध्यम और गरीब, सभी तरह के परिवारों के युवा नशे की गिरफ्त में हैं। ये युवा तनाव, बेरोजगारी,पैसे की कमी या फिर जीवन में आनंद उठाने के लिए नशे का इस्तेमाल करते हैं।

नशे के ये होते है दुष्प्रभाव

जानकारों का कहना है कि नशा करने की शुरुआत होने पर तो दुष्प्रभाव समझ नहीं आता है,न पहचान हो पाती है। लेकिन लगातार नशा करने से कुछ असामान्य लक्षण सामने आते हैं। हर प्रकार के नशे के अलग-अलग दुष्प्रभाव होते हैं, ज्यादातर मरीजों में चिड़चिड़ाना, हकलाना, लोगों में अरुचि उत्पन्न होना, अध्ययन के प्रति विरक्ति, याददाश्त कमजोर होना, बात बात पर क्रोधित होना, रक्तचाप में असामान्य वृद्धि, अंगों का कंपकंपाना, नशा न लेने की स्थिति में बेचैनी बढ़ना, हिंसात्मक व्यवहार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

वर्जन

युवाओं को नशे का इंजेक्शन लगाया जाता था। एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। इसके अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।

-कामेश्वर प्रसाद, एसएचओ पाटलिपुत्र