आगरा। मथुरा के पानी गांव डाहरुआ मार्ग पर बीते गुरुवार की रात हुई आगरा के जेई की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। लूट के मकसद से जेई की हत्या की गई थी। पुलिस ने एक शातिर को दबोच लिया है, लेकिन उसका दूसरा साथी फरार है।

आगरा के सेवला क्षेत्र में रहने वाले जेई प्रदीप कुमार मथुरा के पानी गांव फीडर पर तैनात थे। बीते गुरुवार 16 जनवरी को उनकी रात में हत्या कर दी गई थी। इस घटना से प्रदेश भर में खलबली मच गई थी। आगरा में भी डीवीवीएनएल कर्मियों द्वारा हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया गया था। तीन एएसपी और पंद्रह टीम हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए लगाई गई थी। पुलिस ने इस मामले में पानी गांव निवासी किशनु को पकड़ा है। डबल बैरल का तमंचा भी बरामद कर लिया है। किशनु एक शातिर अपराधी है। पहले भी वह मथुरा और डीग में मर्डर कर चुका है। सुपारी किलर है। नोएडा में ओला में गाड़ी चलता है और वारदात कर भाग जाता है। वह आठ जनवरी को मथुरा आया और उसके बाद गोवर्धन के देवसेरस गांव गया। वहां से उसने हथियार खरीदा और डीग राजस्थान चला गया। घटना से पहले शातिर ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। उसके दो घंटे के बाद वारदात की। लूट के लिए तमंचा दिखाते समय जेई ने विरोध किया। तभी उसने गोली मार दी। मगर, लूट करने का मौका नहीं मिल सका और आरोपित वहां से भाग निकला। हत्याकांड को लेकर यूपी पावर कॉरपोरेशन में आक्रोश व्याप्त है। मामले की संजीदगी के चलते मंगलवार को एडीजी अजय आनंद और आइजी ए सतीश गणेश पूछताछ के लिए मथुरा गए थे। पुलिस विगत दो दिन से हत्याकांड की गुत्थी जल्द सुलझाने का दावा कर रही थी। बुधवार शाम पांच बजे पुलिस ने प्रेस वार्ता कर घटना का खुलासा किया।