आदर्श थाना लोहामंडी का एडीजी ने किया उद्घाटन

नए सॉफ्टवेयर से जोड़े गए पुलिस कर्मी, जिम्मेदारी हुई तय

आगरा। भगवान करे कभी किसी बंदे को थाने की चौखट नहीं छूनी पड़े। क्योंकि थाने का एक्सपीरियंस कोई अच्छा नहीं होता। सिवाय फटकार और असहयोग के अलावा कुछ नहीं मिलता, लेकिन पुलिसिंग में सुधार लाने के लिए एक नई तरह की कवायद चल रही है। गुरूवार को थाना लोहामंडी में पब्लिक के लिए 'फीलगुड' कराने के लिए मॉडल थाने की शुरूआत की गई। इस अवसर पर एडीजी अजय आनंद ने फीता काटा और अधीनस्थों को पीडि़तों के साथ अच्छा व्यवहार अमल में लाने की नसीहत भी दी। थाने को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया है।

थाने पर चल रहा था काम

लोहामंडी सिटी में पहला ऐसा थाना बना है, इसमें रिसेप्शन काउंटर बना है। काउंटर पर ट्रेंड महिला पुलिसकर्मी तैनाती की गई है। रिसेप्शन काउंटर पर बैठा जवान 'फेस ऑफ द पुलिस' के रूप में काम करेगा। थाने में सिपाहियों के लिए सुविधाओं से सुसज्जित बैरक बनाई है। इसके अलावा मैस को नया रूप दिया है। थाने पर मनोरंजन कक्ष और टॉयलेट पर काम चल रहा है। जल्द ही वह भी नए रूप में दिखाई देंगे।

रिसेप्शन का काम महत्वपूर्ण

रिसेप्शन काउंटर पर एक कंप्यूटर सिस्टम रखा है। इसमें ऑर्डर बुक मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर के जरिए पीडि़तों की शिकायत दर्ज होगी। कंप्यूटर ऑपरेटर जवान को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। यह जवान ही सबसे पहले पीडि़तों को फेस करेगा। पीडि़त से सहानुभूति दिखाएगा। शालीनतापूर्वक उसकी समस्या सुनेगा। उसका मार्ग दर्शन करेगा। यदि वह लिखना-पढ़ना नहीं जानता तो जवान ही उसकी कंप्लेन उससे सुनकर खुद लिखेगा।

हर दिन किया जाए समाधान दिवस

जिस तरह समाधान दिवस पर अन्य विभागों से जुड़े मामलों को अन्य विभाग के अधिकारी थाने पर सुनते हैं। उसी तर्ज पर समाधान दिवस पर ऐसी शिकायतों को देखा जाए और दोनों विभाग मिल कर पीडि़त को राहत पहुंचाए।