- शासन का फरमान जारी, सालों से जमे पुलिस वालों को हटाओ

- डीआईजी और आईजी को दिया गया फिक्स टाइम

- बार्डर लाइन वाले पुलिस कांस्टेबल पहले ही हो चुके हैं बाहर

<- शासन का फरमान जारी, सालों से जमे पुलिस वालों को हटाओ

- डीआईजी और आईजी को दिया गया फिक्स टाइम

- बार्डर लाइन वाले पुलिस कांस्टेबल पहले ही हो चुके हैं बाहर

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: इलाहाबाद में सालों से जमे खाकी वालों के लिए बुरी खबर है। इनको अब अपना बोरिया बिस्तर बांधना ही होगा। क्योंकि शासन ने निर्धारित समय सीमा पार कर चुके पुलिस कर्मियों को ट्रांसफर करने का फरमान जारी किया है। डीआईजी को अपने रेंज से ख्8 फरवरी तक ट्रांसफर करना है जबकि आईजी को क्भ् मार्च तक जोन में ट्रांसफर करना है।

जुगाड़ से रुके हैं ज्यादातर

इलाहाबाद में कई दर्जनों ऐसे इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर हैं जो सिर्फ जुगाड़ के कारण इलाहाबाद में बने हुए हैं। सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर का छह साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। लेकिन ट्रांसफर होने के बाद भी अपने जुगाड़ के चलते इलाहाबाद के कई क्रीम थानों के थानेदार बने हुए हैं। कुछ इंस्पेक्टर तो ऐसे भी हैं जिनका ट्रांसफर हो चुका है लेकिन वह अटैचमेंट पर यहां डटे हुए हैं। पुलिस विभाग में चर्चा है कि अगर पूर्व डीजीपी मिस्टर गुप्ता होते हैं इस रसूक वालों की इस बार एक न चलती।

ख्0 साल से डटे हैं

पुलिस सोर्सेज की माने तो इलाहाबाद में ऐसे भी पुलिसकर्मी हैं जो ख्0 साल से यहीं डटे हैं। कुछ तो ऐसे पुलिस वाले हैं जो कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल और उसके बाद अब प्रमोशन पाकर एचसीपी बन चुके हैं। दरोगा बनकर शहर के कई प्रमुख चौकियों के प्रभारी हैं। पुलिस ऑफिसर ऐसे लोगों की लिस्ट बनाने में जुट गए हैं। उम्मीद है कि इस बार फेयर ट्रांसफर हुआ तो ये लोग नप जाएंगे।

नहीं बचे थे कांस्टेबल

लास्ट मंथ पुलिस कांस्टेबलों पर गाज गिरी थी। हुआ यूं था कि तत्कालिन डीजीपी ने उन पुलिस वालों को टारगेट किया था जो बार्डर लाइन पर टिके थे। मतलब जिनकी होम डिस्ट्रिक्ट के पड़ोस में पोस्टिंग थी। ऐसे में पुलिस आफिसर के आदेश पर एक साथ हजारों पुलिस वालों का ट्रांसफर कर दिया गया। सिर्फ इलाहाबाद से ही सैकड़ों पुलिस वालों का ट्रांसफर दूसरे जिले में हुआ था। उम्मीद लगाई जा रही है कि इस बार भी पुलिस कांस्टेबल की तरह सालों से यहां पर जुगाड़ लगाकर रुकने वाले पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी और वे गैर जनपद ट्रांसफर किए जाएंगे। पुलिस आफिसर ने बताया कि अभी इसकी लिस्टिंग की जा रही है।