621
बूथ क्रिटिकल की श्रेणी में हैं जिले के अंदर
58
बूथ वल्नेरेबल पाए गए हैं अधिकारियों के सर्वे में
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से चार सिपाही सादी वर्दी में तैनात होंगे वल्नेरेबल बूथ पर
एक इशारे पर वर्दी में तैनात जवान सम्बंधित व्यक्ति को ले लेंगे हिरासत में
सादे कपड़ों में सिर्फ पुरुष ही नहीं महिला सिपाही भी होंगी तैनात
PRAYAGRAJ:लोकसभा चुनाव में सुरक्षा की लकीर खींची जा चुकी है. पुलिस विभाग क्रिटिकल कम वल्नेरेबल बूथ को लेकर संजीदा है. वल्नेरेबल बूथों पर हिफाजत के लिए इस मर्तबा खास इंतजाम किए जाएंगे. यहां तीन से चार सिपाही बगैर वर्दी के तैनात होंगे. इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. सादे ड्रेस में तैनात पुलिसकर्मी हर आम आदमी पर नजर रखेंगे.
चर्चाओं पर भी गौर करेगी पुलिस
जिले के अंदर कुल मतदेय स्थलों की संख्या चार हजार 938 जबकि मतदान केंद्रों की तादाद 2198 है. इन मतदेय स्थलों व मतदान केंद्रों के बीच अफसरों ने क्रिटिकल और वल्नेरेबल बूथों को चिन्हित करवाया था. रिपोर्ट में पाया गया कि जिले के अंदर 621 क्रिटिकल और 58 बूथ वल्नेरेबल हैं. वल्नेरेबल बूथ पर इस बार बगैर वर्दी के सादे कपड़ों में पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे. यह बूथ पर भीड़ के बीच होने वाली चर्चाओं और संदिग्ध व्यक्तियों पर गौर करेंगे. सादे कपड़ों में तैनात पुलिस कर्मचारी जिसकी तरफ इशारा करेंगे वहां वर्दी में तैनात पुलिस उसे हिरासत में ले लेगी.
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क्रिटिकल बूथ
ऐसे बूथ क्रिटिकल की श्रेणी में रखे जाते हैं जहां किसी एक पार्टी या प्रत्याशी को 75 प्रतिशत से अधिक वोट कभी मिले रहे हों. या फिर यहां मतदान को लेकर विवाद हुए हों.
वल्नेरेबल बूथ
ऐसे बूथ जहां किसी दबंग व्यक्ति, नेता या पार्टी विशेष के प्रत्याशियों के समर्थकों द्वारा वोटरों को मतदान से डरा-धमका कर रोका जाता हो, उसे वल्नेरेबल बूथ कहा जाता है.
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सुरक्षा के किए गए खास इंतजाम
-क्रिटिकल और वल्नेरेबल दोनों की बूथों पर लगाए जाएंगे कैमरे
-मतदान शुरू होने से खत्म होने तक हर पल की होगी वीडियो रिकॉर्डिग.
-यहां हर पांच से दस मिनट में चेकिंग करने पहुंचेंगे अधिकारी.
-वायरलेस से हर पांच मिनट में पुलिस अफसरों को बताएगी सिचुएशन.
-अफवाह फैलाने वालों पर तत्काल पुलिस करेगी सख्त कार्रवाई.
-बार-बार बूथ के आसपास दिखने वाला शख्स माना जाएगा संदिग्ध.
वर्जन
मतदान के दिन क्रिटिकल और वल्नेरेबल बूथों पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए जाएंगे. इसकी कुछ खास व्यवस्था की गई हैं. इसमें अभी थोड़ा बहुत और बढ़ोत्तरी की जानी है, इस पर मंथन किया जा रहा है.
आशुतोष मिश्र, एसपी क्राइम