सेकेंड हैंड बाइक्स के साथ कार और ट्रैक्टर का भी होगा सत्यापन

आगरा। अगर आप भी सेकेंड हैंड व्हीकल्स यूज कर रहे हैं, या खरीदने का मन बना रहे हैं तो अलर्ट हो जाइए। कहीं ऐसा न हो कि आप जो सेकेंड हैंड व्हीकल चला रहे हैं वो चोरी का हो। ऐसी स्थिति में आपको व्हीकल्स की सैर, हवालात की सैर करा सकती है। इस संबंध में पुलिस महकमे के आलाधिकारियों ने जनपद के थानाध्यक्षों को फरमान जारी किया है। शहर और ग्रामीण इलाकों में दौड़ रहे सेकेंड हैंड वाहनों का सत्यापन किया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी जनपद के थानों प्रभारियों को सौंपी गई है।

देहात में चल रहे चोरी के व्हीकल्स

दूसरे जिले या शहर से चोरी किए गए अधिकतर वाहन ग्रामीण इलाकों में दौड रहे हैं, इसकी जानकारी पुलिस कार्रवाई में पकड़े गए अंतरर्राज्यीय वाहन चोरों ने की है। पूछताछ पर गैंग के सदस्यों ने बताया कि अब तक वह दो सौ से अधिक बाइक्स, फोर व्हीलर्स को चोरी कर वारदात को अंजाम दे चुके हैं। चोरी किए गए सभी वाहनों को देहात क्षेत्रों के लोगों को बेचा गया है। चोरी के अधिकतर वाहनों की देहात क्षेत्र में पुष्टि होने पर हरकत में आए पुलिस के आलाधिकारियों ने कहा कि सेकेंड हेंड बाइक्स, कार और ट्रैक्टरों का भी सत्यापन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी पुलिस के आलाधिकारियों ने थानाध्यक्षों को सौंपी है, जहां क्षेत्र में तैनात सिपाही ऐसे वाहनों की जांच करेंगे।

खानी पड़ सकती है जेल की हवा

सेकेंड हेंड वाहन चालकों से उनके इस वाहन का ब्यौरा मांगा जाएगा। अगर वह व्हीकल्स का रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट नहीं दिखाता तो ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन नंबर, चेस नंबर की लिस्ट तैयार कर डीसीआरबी को भेजा जाएगा, जहां वाहन चोरी की पुष्टी होने पर सेकेंड हैंड वाहन चालकों को भी जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। वाहन चोर गैंग के सदस्यों से पूछताछ पर चोरी के वाहन को खरीदने में शामिल व्यक्ति के खिलाफ भी चोरी की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकती है।

चोरी का वाहन काटा तो होगी कार्रवाई

सेकेंड हैंड वाहनों की चोरी की पुष्टि होने के बाद कबाडियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। छीपीटोला, ताजगंज, बिजली घर, नगलापदी, दौरेठा, वलासगंज, छत्ता, एत्माद्दौला क्षेत्रों में कबाडि़यों की दुकानों पर चेकिंग की जाएगी। इसके अंतर्गत ऐसे वाहन जो काटे जा चुके हैं, उनका रजिस्ट्रेशन नंबर आरटीओ में सरेंडर किया है या नहीं। अधिक वाहन काटने की पुष्टि होने पर भी पूछताछ की जाएगी। अगर वाहन चोरी का निकलता है तो चोरी कर वाहन बेचने वाले के साथ कबाडि़यों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

असली वाहन स्वामी हो जाएं अलर्ट

अगर आपका वाहन चोरी हो गया है और आपने वाहन चोरी की एफआईआर थाने में दर्ज नहीं कराई है तो भी आप फंस सकते हैं। अगर आपका वाहन किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त पाया जाता है तो आपसे भी पूछताछ की जा सकती है।

एप्लीकेशन देकर कराएं बैरीफिकेशन

सेकेंड हैंड वाहन चालक अगर जल्द सत्यापन कराना चाहते हैं तो वह संबंधित थानों में प्रार्थनापत्र दे सकते हैं। उक्त व्यक्ति का तत्काल सत्यापन बीट की पुलिस द्वारा किया जाएगा।

सेकेंड हैंड खरीदते समय ये करें काम

अगर आप सेकेंड हैंड वाहन खरीदना चाहते हैं तो सबसे पहले आप जिस व्यक्ति से वाहन खरीद रहे हैं उसे साथ लेकर आरटीओ विभाग से संपर्क करें। जहां खरीदने और बेचने वाले दोनों ही व्यक्ति का होना आवश्यक है। दोनों के पहचान पत्र जमा होने के बाद ट्रांसफर लेटर पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं। इसके बाद बीमा, पॉल्यूशन फीस जमा करने के बाद आप उस सेकेंड हैंड वाहन को खरीद सकते हैं।

बड़ी समस्या से बचने के लिए सेकेंड हैंड वाहन खरीदते समय आरटीओ को अवगत कराना जरूरी है। वाहन स्वामी अपने वाहन को कबाड़ में देना चाहता है या उसको बेचना चाहता है तो दोनों ही कंडीशन में संबंधित विभाग द्वारा जारी प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है।

प्रशांत कुमार, प्रभारी एसएसपी

-देहात में दौड़ रहे चोरी के वाहनों की पुष्टि

200

-सर्वाधिक वाहन चोरी हरीपर्वत थाने में

2 से 3 प्रतिदिन

-जनपद में वाहन चोरी की संख्या

8 से 13 प्रतिदिन